जमुआ प्रखंड के नारायणसिंहडीह गांव बरसात में टापू बन जाता है. कच्ची सड़क होने के कारण ग्रामीणों को प्रखंड व अनुमंडल कार्यालय जाने में काफी परेशानी होती है. गांव की सड़क राजधनवार से खोरीमहुआ अनुमंडल होते हुए झारखंडधाम और जमुआ के बाबूडीह के पास से जुड़ती है. वहीं, गिरिडीह से राजधनवार लेढ़ासीमर होते हुए जाने का मुख्य सड़क कच्ची है. इस पर बारिश होने पर पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता है. लोग फिसलकर गिरते हैं. वाहनों के दुर्घटना होने की आशंका बनी रहती है. यह सड़क लगभग 5 किमी लंबी है. स्थानीय लोगों ने सड़क निर्माण की मांग की है. उनका कहना है कि बारिश होने पर गांव टापू बन जाता है. इस कच्चे रास्ते से बड़ाडीह, तुलसीडीह, कसियोटोल, पिंडरसोत, हरिलावतरी, भोलापुर, सलैया, सिरसिया, टीकोडीह,,सिगदारडीह सहित अन्य गांव के लोग आवाजाही करते हैं.
क्या कहते हैं ग्रामीण
पंसस विक्रम कुमार देव ने कहा कि गांव तक पहुंचने के लिए पक्की सड़क की जरूरत है, लेकिन सरकार या किसी जनप्रतिनिधि का इस ओर ध्यान नहीं है. बारिश होने पर कच्ची सड़क से गुजरना काफी मुश्किल हो जाता है. वहीं, विवेकानंद सिन्हा ने कहा कि सड़क की हालत इतनी खराब है कि पांच किमी दूरी तय करने में एक घंटा लग जाता है. दो-दो पुल का निर्माण कर दिया गया है, लेकिन सड़क ही नहीं बन पायी है. इससे पुल बेकार साबित हो रहे हैं.
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