सरिया में डोर स्टेप डिलीवरी की लचर व्यवस्था है जिस कारण अब तक जून-जुलाई का राशन पीडीएस दुकान में शत प्रतिशत नहीं पहुंच सका है. डीसी के निर्देश पर बीते 31 जुलाई तक सभी जन वितरण प्रणाली के दुकानों तक जून और जुलाई का अनाज शत प्रतिशत पहुंचा देना था. वितरण का कार्य जून के महीने में विभागीय आदेश के अनुसार शुरू कर दिया जाना चाहिए था. लेकिन इन दिनों सरिया प्रखंड में कुछ अलग ही स्थिति देखने को मिल रही है. प्रखंड में जनवितरण प्रणाली की कुल 107 दुकानें हैं. इसमें रविवार तक महज 20 दुकानों तक ही जून और जुलाई का अनाज पहुंच पाया है. ऐसे में उपभोक्ताओं के बीच खाद्यान्न का वितरण आखिर कहां से हो पाएगा, यह चिंता का विषय है. इसे लेकर फेयर प्राइस शॉप डीलर्स एसोसिएशन के प्रखंड अध्यक्ष राजेश वर्मा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर परेशानी जाहिर की है. इसके पीछे मुख्य कारण सरिया में प्रखंड में लचर डोर स्टेप डिलीवरी व्यवस्था को जिम्मेदार बताया है.
पर्याप्त में डिलीवरी वैन नहीं
राजेश वर्मा का कहना है कि सरिया में डोर स्टेप की जिम्मेदारी जिसके कंधे पर है, उसके पास पर्याप्त में डिलीवरी वैन नहीं है. बल्कि इन दिनों जिन वाहनों से पीडीएस दुकानों में अनाज की डिलीवरी की जाती है, उन गाड़ियों की स्थिति काफी लचर है. उन मालवाहक वाहनों का आरसी, इंश्योरेंस, फिटनेस, रोड टैक्स सभी फेल है. कहा जाए कि जिस गाड़ी को परिवहन विभाग ने नाकार दिया है, उन जर्जर गाड़ियों का उपयोग सरिया प्रखंड में डोर स्टेप डिलीवरी में उपयोग में लाया जा रहा है. ऐसे में समय पर कैसे खाद्यान्न जनवितरण प्रणाली की दुकान तक पहुंच पायेगा. ऐसी परिस्थिति में अक्सर कार्डधारी और डीलर के बीच संशय की स्थिति बनी रहती है. कहा कि विभागीय नियम के अनुसार डीएसडी के ठेकेदार को डीलर के दुकान तक खाद्यान्न पहुंचा कर देना है और अनाज उतारने का खर्च भी उसी को भुगतान करना है. परंतु सरिया प्रखंड में संवेदक की दादागिरी के अनुसार लेबर से अनाज उतारने का खर्च डीलर को ही देना पड़ता है जो गलत है.सरिया 70 डीलरों के यहां जून का खाद्यान्न पहुंचा दिया गया है : आपूर्ति पदाधिकारी
इस संबंध में सरिया प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी डॉ अनूप कुमार सिन्हा ने बताया कि सोमवार तक सरिया प्रखंड के 70 डीलरों के यहां जून माह का खाद्यान्न पहुंचा दिया गया है. वहीं डीएसडी संवेदक के द्वारा अनाज उतारने के बदले डीलरों से पैसे की उगाही की जा रही है तो इसकी लिखित शिकायत देने के बाद आगे की कार्रवाई संवेदक के विरुद्ध किया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है