कार्यक्रम का उद्घाटन झारखंड सरकार के शहरी विकास, युवा मामले, पर्यटन एवं उच्च शिक्षा मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू द्वारा दीप प्रज्वलन कर किया गया. मंत्री ने ट्रस्ट और शंकर नेत्रालय की इस संयुक्त पहल को अत्यंत सराहनीय बताते हुए कहा कि,स्वास्थ्य सेवा प्रत्येक नागरिक का मूल अधिकार है. जब समाज स्वयं आगे बढ़कर इसे साकार करता है, तो वह एक नई सामाजिक चेतना की शुरुआत होती है. उन्होंने ऐसे शिविरों को समाज के अंतिम पंक्ति के व्यक्ति तक पहुंचने वाला वास्तविक विकास करार दिया.
आधुनिक उपकरणों से की जायेगी आंखों की जांच
कार्यक्रम के प्रमुख संयोजक और ट्रस्ट के संस्थापक अरविंद चोपड़ा ने ट्रस्ट की सामाजिक यात्रा पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह केवल एक संस्था नहीं, बल्कि एक जनआंदोलन है. शंकर नेत्रालय के ट्रस्टी मेहर चंद लंका इस सहयोग को सुनिश्चित करने में मुख्य सेतु रहे. इसे सफल बनाने में स्वर्णिम कांत और कार्तिक रामकृष्णन की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण रही है. आनेवाले इन सात दिनों में सैकड़ों लाभार्थियों की आधुनिक उपकरणों द्वारा नेत्र जांच की जाएगी. इसमें ज़रूरतमंदों को नि:शुल्क ऑपरेशन की सुविधा दी जाएगी तथा लाभार्थियों के बीच चश्मों का वितरण भी किया जाएगा.
इन लोगों की रही भूमिका
ट्रस्ट के अध्यक्ष महेश कुमार गुप्ता के कुशल नेतृत्व में यह शिविर संपन्न हुआ. इस आयोजन में उपाध्यक्ष तेज बहादुर सिंह, कोषाध्यक्ष अमरदीप, ट्रस्ट के सदस्य अपूर्व, अनमोल, महेश शर्मा आदि की विशेष भूमिका रही, शंकर नेत्रालय की चिकित्सीय टीम में डॉ. उज्ज्वल सिन्हा की विशिष्ट सहभागिता रही, मौके पर झामुमो के जिला अध्यक्ष संजय सिंह, प्रमिला मेहरा, दिलीप रजक, कोलेश्वर सोरेन, शिशु विद्या मंदिर के सचिव तुलो राणा, प्रधानाध्यापक भास्कर मिश्रा, रामेश्वर शर्मा, पूनम वर्मा सहित गांव के अन्य लोग भी उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है