ज्ञात हो कि बिरनी अंचल में 131 उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय, 81 उत्क्रमित मध्य विद्यालय, तीन मध्य विद्यालय समेत उच्च विद्यालय व प्लस टू उच्च विद्यालय तथा 62 निजी विद्यालय कुल 287 स्कूल संचालित हो रहे हैं. विभागीय कर्मी ने बताया कि 15 निजी विद्यालयों के संचालन की सूचना विभाग के पास नहीं है.
सरकारी स्कूलों में 22 हजार विद्यार्थी हैं नामांकित
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक बिरनी अंचल के सरकारी स्कूलों में 22 हजार विद्यार्थी नामांकित हैं. इसके बाद भी स्कूलों में तड़ित चालक नहीं लगाया जा रहा है. शिक्षकों ने बताया कि वर्ष 2008 से लेकर 2012 के बीच स्कूलों में तड़ित चालक लगाया गया था. चोरों ने तांबा की तार को ही काटकर ले गये. वहीं, कई बर्बाद हो गये. कुछ स्कूलों में लगा तड़ित चालक काम कर रहा है या नहीं इसकी जानकारी भी नहीं है.लगातार हो रहीं वज्रपात की घटनाएं
बता दें कि लगातार वज्रपात से घटनाएं घट रहीं हैं. एक सप्ताह पूर्व सिमराढाब में एक युवक तथा बगोदर में दो लोगों की मौत हो गयी थी. वहीं, कोडरमा में एक निजी विद्यालय में वज्रपात से लगभग एक दर्जन बच्चे घायल हो गए थे. इसके बावजूद अधिकारी सक्रियता नहीं दिखा रहे है.
क्या कहते हैं बीपीओ
बीआरसी बिरनी में कार्यरत बीपीओ मुकेश कुमार ने बताया कि सरकार ने काम का इतना ओवरलोड दिया है कि ऑफिस कार्य से छुटकारा नहीं मिल पाता है. तड़ित चालक के संबंध में अधिक जानकारी नहीं है. सभी स्कूलों से रिपोर्ट मांग कर वरीय अधिकारी को भेजा जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है