उत्तरी डोरंडा पंचायत भवन के पास डेढ़ सौ साल पुराना विशाल बरगद का पेड़ है. इस पेड़ के नीचे सोमवार को अपने पति की लंबी उम्र की कामना को लेकर महिलाएं पूजा कर रहीं थीं. वहीं, उसके साथ बच्चे व अभिभावक भी मौजूद थे. बरगद के पेड़ पर मधुमक्खी अपना छत्ता बनाये हुए है.
पूजा करने के दौरान मधुमक्खियों ने किया हमला
जब महिलाएं पूजा कर रही थी, उसी वक्त अचानक से मधुमक्खियों ने उन पर हमला कर दिया. मधुमक्खियों ने एक दर्जन से अधिक महिलाओं व बच्चों को घायल किया. उत्तरी डोरंडा की पूर्व मुखिया घायल मंजू देवी ने बताया कि वह पिछले 20 वर्षों से वहां पूजा कर रही हैं, लेकिन आज तक ऐसी घटना नहीं हुई. घायलों में पूर्व मुखिया के अलावे आशा देवी, माधुरी देवी, सृष्टि पांडेय, सिनू पांडेय, लक्खी देवी, सोनी देवी, यशोदा देवी, काजल देवी, गुड़िया देवी, यमुना देवी, सावित्री देवी, अमृत साव, मीणा देवी, सचिन पांडेय, अमन पांडेय, नंदनी पांडेय, तनु कुमारी समेत अन्य महिलाएं व बच्चे शामिल हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है