टीम के पहुंचने पर कोयला तस्कर इधर-उधर भागने लगे. छापेमारी दल के अचानक पहुंचने से कोयला तस्करों को बाइक ले जाने का मौका नहीं मिला. पीओ के निर्देश पर जब्त सभी नौ बाइक मुफ्फसिल थाना को सौंप दिया गया. वहीं, बरामद कोयला को कबरीबाद डंपयार्ड में रख दिया गया. अभियान में सुरक्षा इंस्पेक्टर मनोज सुंडी, सुरक्षा प्रहरी रिंकू कुमार, मनोज अग्रवाल, किशन कुमार, प्रेमरंजन आदि मौजूद थे. मनोज सुंडी ने बताया कि मुफ्फसिल थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी जायेगी.
क्षेत्र में सक्रिय हैं कई माफिया
गिरिडीह कोलियरी क्षेत्र में कई कोयला माफिया सक्रिय हैं. इन माफिया को सफेदपोश का भी संरक्षण प्राप्त है. यही वजह है कि दिन-दहाड़े कोयले की तस्करी की जाती है. सूत्रों के मुताबिक कबरीबाद माइंस से कोयला की चोरी कर इसे आसपास के इलाकों में जमा किया जाता है और फिर बाइक और साइकिल से अन्यत्र खपाया जाता है. बाइक से कोयला तस्करी के दौरान मॉर्निंग वाक करने वाले लोग चोटिल होने की आशंका से सहमे रहते हैं. अहम बात यह है कि सीसीएल द्वारा उत्पादित कोयले की भी तस्करी की जाती है. यहां तक कि रेलवे रैक से कोयला सप्लाई के दौरान चलती मालगाड़ी पर चढ़कर कोयला उतारा जाता है. कोयला चोरों का मनोबल इतना बढ़ा हुआ है कि उन्हें पुलिस का भी कोई भय नहीं है. सीपी साइडिंग से गिरिडीह स्टेशन के दौरान कोयला रैक ले जाने के दौरान चलती ट्रेन से कोयला चोरी में कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है.
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