बगोदर प्रखंड की जरमुन्ने पूर्वी पंचायत के अधीन बस पड़ाव में लगे सफाई कर्मियों को संसाधनों की कमी दंश झेलना पड़ रहा है. इसके कारण साफ-सफाई में लगे कर्मी कभी भी काम ठप कर सकते हैं. सफाई कर्मियों में प्रशासन के प्रति काफी नाराजगी है. उनका कहना है कि एक ओर स्वच्छ भारत के तहत साफ- सफाई रखने के लिए कही जाती है, वहीं, दूसरी ओर इससे जुड़ी सामग्री उपलब्ध नहीं करायी जाती है. पूरा बगोदर बाजार कचरा से भरा पड़ा है. बगोदर थाना का मुख्य द्वार, बगोदर-हजारीबाग रोड, सरिया रोड, मस्जिद रोड पर कचरे का ढेर लगा हुआ. सफाई के लिए तीन कर्मियों को सिर्फ बगोदर बस पड़ाव के लिए ही रखा गया है, जो सुबह में सिर्फ सफाई का काम करते हैं. लेकिन, उन्हें सामान उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है. सफाई कार्य में लगे जेठू सिंह ने बताया कि पूर्व में जो भी कचरा उठाने की सामग्री दी गयी थी, वह भी जर्जर हो गये हैं. हाथों से कचरा उठाना बेबसी है.
जरमुन्ने पूर्वी पंचायत में है बगोदर बस पड़ाव
बताया कि बस पड़ाव जरमुन्ने पूर्वी पंचायत के अधीन आता है. लेकिन इस पंचायत को आज तक कचरा गाड़ी नहीं दी गयी. वहीं, इससे सटे बगोदर पश्चिमी व दोंदलो पंचायत को कचड़ा गाड़ी दी गयी है, जहां इसकी जरूरत ना के बराबर है. गाड़ी दोनों पंचायतों में खड़ी रहती है. बता दें कि बगोदर बस पड़ाव की सफाई कर्मचारियों में जेठू सिंह, दिना सिंह और बबन सिंह हैं जो प्रतिदिन सफाई का कार्य करते हैं. सफाई कर्मियों ने बताया कि बगोदर बीडीओ को आवेदन देकर गाड़ी व अन्य सामग्री देने की मांग की है, लेकिन अभी तक कोई पहल नहीं हुई.
क्या कहतीं हैं मुखिया
जरमुन्ने पूर्वी की मुखिया प्रमिला देवी ने बताया कि जिला के अधिकारियों को कचरा उठाव को लेकर गाड़ी की मांग की गयी थी, लेकिन कोई भी पहल नहीं कीयागया है. नतीजन सफाई कर्मियों को परेशानी हो रही है.
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