जिप सदस्य ने इस संबंध में रविवार को एक प्रेस बयान जारी कर कहा कि इसरी उत्तरी पंचायत की इसरी बस्ती में कब्रिस्तान की चहारदीवारी पूर्व से होने के बाद भी चहारदीवारी कर सरकारी पैसे का दुरुपयोग करने का मामला सामने आया था. इसकी लिखित शिकायत जिला कल्याण पदाधिकारी गिरिडीह और उपायुक्त से की गयी थी. इसके बाद आनन-फानन में दिन रात कर निर्माण कार्य कर रहे व्यक्तियों द्वारा ठीक-ठाक चाहरदिवारी को जेसीबी लगाकर तोड़ा गया. इसका वीडियो व फोटो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ. सारा सबूत होने के बाद भी कल्याण विभाग द्वारा की गयी जांच की रिपोर्ट में लीपापोती कर जांच प्रतिवेदन सुपुर्द कर दिया गया.
जिला परिषद की सामान्य बैठक में उठा था मामला
मामले को गिरिडीह जिला परिषद की सामान्य बैठक में रखा गया तथा जांच कमेटी का गठन कर इसे दूसरे विभाग से जिला परिषद सदस्यों की उपस्थिति में जांच करने की मांग की, तो जिला परिषद द्वारा जांच कमेटी गठन कर जांच करने का प्रस्ताव पारित किया गया, लेकिन मामले को झारखंड सरकार से दर्जा प्राप्त मंत्री अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष ने अपने उपर लेते हुए सारे मामले को दबाने के ख्याल से जिला कल्याण पदाधिकारी द्वारा दिये गये जवाब के अनुसार 25 जुलाई.2024 को गिरिडीह के डीडीसी को इस मामले को समाप्त करने का निर्देश दिया. यह गंभीर एवं चिंता का विषय है. सरकारी पैसे का दुरुपयोग करनेवालों को सहयोग कर उसका मनोबल बढ़ाते हैं. जिप सदस्या ने मुख्यमंत्री से मामले की जांच पड़ताल कर सरकारी पैसे का दुरुपयोग होने से बचाने की मांग की है.
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