गांवों में चल रहा जागरूकता अभियान, लोगों को दिलायी जा रही शपथ
10 से 26 जून 2025 तक चल रहे मादक पदार्थों के विरुद्ध राज्यव्यापी जागरूकता अभियान का विभागों के द्वारा कार्ययोजना के अनुरूप व्यापक रूप से प्रचार-प्रसार किया जा रहा है. जिले के प्रमुख स्थलों, बस स्टैंड, चौक-चौराहों, पंचायतों, ग्रामीण हाट-बाजारों में नुक्कड़ नाटकों का आयोजन कर नशा मुक्ति का संदेश दिया जा रहा है. नाटक दल स्थानीय भाषा व अभिनय के माध्यम से नशे के दुष्परिणामों को दर्शाया रहे हैं. गीत-संगीत के माध्यम से भी लोगों को जागरूक किया जा रहा है. शुक्रवार को आयोजित जागरूकता रैली में माध्यम से बताया गया कि मादक पदार्थों का सेवन कैसे व्यक्ति के शारीरिक, मानसिक और सामाजिक जीवन को नकारात्मक प्रभाव डालता है. यह भी दिखाया गया कि नशा न केवल व्यक्ति विशेष को, बल्कि पूरे परिवार और समाज को नुकसान पहुंचाता है. जागरूकता अभियान का उद्देश्य किशोर-किशोरियों, महिलाओं और युवाओं को नशे से दूर रखा और उन्हें एक स्वस्थ, आत्मनिर्भर और जागरूक नागरिक बनने के लिए प्रेरित करना है.एलइडी व वीआइ वैन से किया जा रहा प्रचार-प्रसार
सूचना व जनसंपर्क विभाग एलइडी वैन के माध्यम से नशा मुक्ति पर आधारित लघु फिल्में, स्लाइड शो तथा ऑडियो संदेशों का प्रसारण कर रहा है. तीन एलइडी वैन के माध्यम से पंचायतों के लोगों को जागरूक किया जा रहा है. वर्चुअल रिएलिटी (वीआर) वैन के माध्मय से यह अनुभव कराया जा रहा है कि नशा कैसे एक सामान्य व्यक्ति को तबाही की ओर ले जाता है. यह पहल खासकर युवाओं में लोकप्रिय हो रही है. .मेला व प्रदर्शनी का आयोजन
जिला मुख्यालय व प्रखंड स्तर पर मेला व प्रदर्शनी का आयोजन हो रहा है. स्टॉल के माध्यम से लोगों से नशा से दूर रहने की बात कही जा रही है. नशा मुक्ति विषयक पोस्टर, पंपलेट, स्टाल ,होर्डिंग्स आदि के माध्यम से सशक्त संदेश दिया जा रहा है. भीड़-भाड़ व हाट- बाजार के क्षेत्र में लोग प्रदर्शनी देखने आते हैं और जानकारी प्राप्त करते हैं. जन समूह को नशा से दूर रहने की शपथ दिलायी जा रही है. सरकारी कार्यालयों, सामाजिक संगठनों के माध्यम से सामूहिक शपथ ग्रहण समारोह हो रहा हैसमाज कल्याण व शिक्षा विभाग स्थानीय स्तर पर कर रहे कार्यक्रम
समाज कल्याण विभाग आंगनबाड़ी की सहायिका-सेविका के माध्यम से वृहद स्तर पर गांवों जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. होम विजिट के माध्यम से घर-घर जाकर नशा से होने वाले दुष्प्रभाव के संबंध में जानकारी दी जा रही है. लोगों से इस अभियान का हिस्सा बनने की अपील की जा रही है. वहीं, शिक्षा विभाग स्कूल सभी विद्यालयों, कॉलेज व अन्य शिक्षण संस्थानों में सेमिनार, क्विज, संगोष्ठी, निबंध व भाषण प्रतियोगिता करवा रहा है. युवाओं को इस अभियान का हिस्सा बनने के लिए प्रेरित किया जा रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है