सरिया नगर पंचायत क्षेत्र के कालीमंडा रोड में स्थित है बसु श्री कोठी में जगत के पालनकर्ता भगवान जगन्नाथ स्वामी का मंदिर, शक्ति की अधिष्ठात्री देवी मां दुर्गा, मां लक्ष्मी, मां सरस्वती, भगवान शिव तथा लड्डू गोपाल का विग्रह मंदिर स्थापित है. वर्तमान में यह शांति, आस्था तथा साधना का केंद्र बन चुका है. इसकी देखरेख का जिम्मा अन्ना जी तथा राजेश भैया के हाथों है. इस कोठी स्थित मंदिरों में त्रिसंध्या आरती होती है. श्रद्धालु सुबह-शाम अपनी साधना में लगे रहते हैं. प्रतिदिन भजन-कीर्तन होता है. वहीं, आषाढ़ शुक्ल पक्ष द्वितीया के दिन धूमधाम से भगवान जगन्नाथ स्वामी की रथ यात्रा निकाली जाती है. स्थानीय कलाकारों रथ को आकर्षक रूप दिया है. लोग भगवान जगन्नाथ, बलराम तथा सुभद्रा के रथ को खींचकर उन्हें मौसी बाड़ी पहुंचाते हैं. इसमें स्थानीय निवासी मनोज मोदी, डॉ संजय कुमार, लक्ष्मी मोदी, भेखलाल यादव, कृष्णा मोदी, बसंती देवी, डॉ. सूरज सिंह आदि की सराहनीय भूमिका रहती है.
ठाकुरबाड़ी की जगह इस बार विष्णु मंदिर पहुंचेगा रथ
रथ को खींचकर लोग ठाकुरबाड़ी मंदिर ले जाया करते थे, लेकिन रेल ओवरब्रिज निर्माण के कारण रेलवे फाटक के पास सड़क की स्थिति काफी खराब हो गयी है. इस कारण इस वर्ष भगवान का रथ स्टेशन रोड स्थित श्री विष्णु मंदिर पहुंचेगा, जहां से श्रद्धालु भगवान को उनके मौसी बाड़ी पहुंचायेंगे. इस आश्रम से रथ निकालने की परंपरा लगभग दो दशकों पूर्व से चल रही है. बताया जाता है कि वसु श्री कोठी में स्थापित मनोरथ पूर्ण करनेवाले विभिन्न देवी-देवताओं के प्रति श्रद्धा, विश्वास और आस्था होने के कारण देश के कई उच्च पदस्थ लोग समयानुसार इस मंदिर में साधना करते हैं.
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