भू-संरक्षण योजना के तहत देवरी प्रखंड में 400 हेक्टेयर भूमि पर छह लाख पौधे लगाये जाएंगे. पौधा लगाने के लिए गढ्ढा व कंटूर खुदाई का कार्य पूरा कर लिया गया है. साथ ही नौ लाख पौधा तैयार कर लिया गया है. मानसून शुरू होते ही पौधे की रोपाई का कार्य प्रारंभ किया जायेगा. इसमें सेमल, काजू, बरगद, पीपल, शीशम, सागवान, ग्महार, खैर, आंवला, सिरिस, छतवन, कदम, चकुंडी आदि के पौधे लगाने की योजना है. जानकारी के मुताबिक योजना के तहत आरागारो जंगल में 175 हेक्टेयर भूमि पर 03 लाख पौधे लगाये जाएंगे, तेलोडीह जंगल में 113 हेक्टेयर भूखंड पर 1 लाख 30 हजार पौधे लगाये जाएंगे, सोनरे जंगल में 47 हेक्टेयर भूमि पर 80 हजार पौधे लगाये जाएंगे, नोनियातरी जंगल में 19 हेक्टेयर भूमि पर 32 हजार पौधे व ग्महारदोन जंगल में 25 हेक्टेयर भूमि पर 30 हजार पौधे लगाये जाएंगे. इसके अलावे ग्रीन क्रेडिट योजना के तहत डहुआटांड़ जंगल में 13 हेक्टेयर, जगई में 14 हेक्टेयर, घसकरीडीह में 05 हेक्टेयर व नवादा जंगल मे 09 हेक्टेयर भूखंड पर कटहल, कदम, गूलर, सेमल, शीशम, आंवला, करम, शहतूत, अर्जुन, जामुन, सिरिस, कचनार, जंगल जलेबी, महोगनी, मोल्फरी, नीम आदि प्रजाति के पौधाें को लगाया जायेगा.
नर्सरी में तैयार किया जा रहे हैं नौ लाख पौधे
जंगल में पौधा लगाने के लिए वन विभाग द्वारा देवरी प्रखंड के आरागारो, सोनरे व तेलोडीह में नर्सरी बनाकर नौ लाख पौधा तैयार किया जा रहा है. इस संबंध में देवरी के प्रभारी वनपाल नीरज कुमार पांडेय ने बताया कि जंगल में पौधरोपण के लिए पीट व कंटूर खुदाई का कार्य पूरा कर लिया गया है. नर्सरी में नौ लाख पौधा तैयार किया गया है. मानसून प्रारंभ होते ही पौधा लगाने का कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है