जिले में पिछले चार दिनों से चल रही आउटसोर्सिंग स्वास्थ्यकर्मियों की हड़ताल गुरुवार को समाप्त हो गयी. 26 जून को कंपनी प्रबंधन और कर्मियों के बीच बातचीत के दौरान सात में से तीन मांगों को कंपनी ने मान लिया. इसके बाद कर्मियों ने हड़ताल समाप्त करने की घोषणा की.
लिखित में कंपनी ने दिया है आश्वासन
बैठक में कंपनी ने लिखित रूप से यह भरोसा दिलाया कि अब हर महीने ब्लॉक से उपस्थिति का विवरण मिलने के सात दिनों के भीतर सभी कर्मियों को समय पर मानदेय का भुगतान कर दिया जाएगा. साथ ही, जिन कर्मियों की जानकारी अब तक अधूरी थी, उनके सभी दस्तावेज मिलने के बाद जल्द से जल्द ईपीएफ नंबर और ईएसआई कार्ड उपलब्ध कराए जाएंगे. कंपनी ने यह भी कहा कि नये नियुक्त होने वाले कर्मियों को, पंजीकरण फॉर्म और प्रमाणपत्र कार्यालय में समर्पित करने के बाद, ईएसआई-ईपीएफ और मानदेय का लाभ दिया जाएगा. वहीं कंप्यूटर ऑपरेटरों का स्किल टेस्ट अब आगामी बुधवार दो जुलाई को लिया जायेगा. इसकी सूचना सभी संबंधित कर्मियों को पहले ही दे दी गयी है.
समझौते के दौरान मौजूद थे ये लोग
समझौते के दौरान बड़ी संख्या में कर्मी मौजूद थे. इनमें जेएलकेएम नेता नागेंद्र चंद्रवंशी, गौरव कुमार, अर्जुन पंडित, आफताब आलम, संध्या मंडल, प्रदीप मंडल, टेकनारायण दास, मनमोहन मंडल, श्रीधर महतो, सिकंदर अंसारी, औरंगजेब अली, पवन गोस्वामी, मनीष गोस्वामी, चंदन वर्मा, राहुल कुमार गिरि, प्रतिमा कुमारी सिंह, सुबेदा खातून, दीपक राय, मेरी टोप्पो, रूप टुडू समेत कई अन्य शामिल थे. हड़ताल खत्म होने के साथ ही जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था एक बार फिर सामान्य हो गयी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है