जेएनवी गांडेय में पेड़ से झूलता मिला था छात्र
छात्र के पिता ने राज्यपाल को पत्र लिख लगायी इंसाफ की गुहार
डेय. जवाहर नवोदय विद्यालय गांडेय में संदेहास्पद स्थिति में पेड़ से झूलते मिले छात्र के शव मामले की गुत्थी पुलिस पांच माह के बाद भी नहीं सुलझा पायी है. हालांकि, छात्र का शव मिलने के मामले में विद्यालय के शिक्षकों पर हत्या की प्राथमिकी दर्ज की गयी थी, लेकिन कार्रवाई नहीं होने से परिजन नाराज हैं. मृतक छात्र राजकुमार यादन के पिता सोबरन यादव ने राज्यपाल के नाम पत्र लिखकर इंसाफ की गुहार लगायी है. धनवार थाना क्षेत्र के तिलैया गांव निवासी सोबरन यादव ने कहा है कि उसका 17 वर्षीय पुत्र रामकुमार यादव जेएनवी में 11वीं विज्ञान का छात्र था. खाना-कपड़ा को लेकर बच्चों को प्रताड़ित किया जाता था. कई बार स्थानीय जनप्रतिनिधि व पुलिस प्रशासन को भी हस्तक्षेप करना पड़ा था. घटना के पूर्व गणतंत्र दिवस पर डीजे बजाने व परेड को लेकर छात्रों एवं शिक्षकों के बीच विवाद हुआ था. विवाद को लेकर 29 जनवरी को अविभावकों को बुलाया गया था. अविभावक व बच्चों के साथ बैठक में गांडेय पुलिस भी मौजूद थी. बैठक में सहमति बन गयी थी. लेकिन, उसी दिन शिक्षक मेंहदी हसन, प्राचार्य शरद कुमार, अभिषेक कुमार मिश्रा, मंदीप कुमार व शिक्षिका मोनिका देवी के पति मंदीप यादव ने धमकी दी थी कि छात्रों को सबक सिखाना होगा. इस क्रम में विद्यार्थियों के साथ हाथापाई भी की गयी थी. 30 जनवरी को भी विद्यालय में बैठक हुई, जिसमें भाजपा के यदुनंदन पाठक भी शामिल थे. घटना से एक दिन पूर्व पांच फरवरी को रामकुमार यादव के अलावा प्रवीण कुमार, सुभाष कुमार, अरमान एवं कुंदन कुमार को शारीरिक व मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया था. घटना के दिन शाम सात बजे रामकुमार ने उन्हें फोन कर बताया कि तीन-चार दिन से शिक्षक लगातार मीटिंग कर रहे हैं और छात्रों धमकी दे रहे हैं. रामकुमार बात करते हुए भयभीत था और अनहोनी की आंशका जता रहा था. उसी रात उपरोक्त शिक्षकों ने एक साजिश के तहत रामकुमार यादव की हत्या कर शव को विद्यालय परिसर में लटका दिया. विद्यालय के प्राचार्य ने छह फरवरी को उन्हें बुलाया. वहां पहुंचे तो देखा कि उनका पुत्र विद्यालय परिसर में मृत पड़ा है.छात्रों ने किया था हंंगामा
घटना को लेकर विद्यालय में छात्रों ने काफी हंगामा किया और इंसाफ की गुहार लगायी. इसे लेकर उपरोक्त शिक्षकों के विरुद्ध प्राथमिकी भी दर्ज की गयी, पर घटना के पांच महीने बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई. सोबरन ने अपने पुत्र की मौत के जिम्मेदार व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई करने व इंसाफ दिलाने की मांग की है.परीक्षा परिचर्चा में रामकुमार ने की पीएम से बात
रामकुमार छात्रों का चहेता था और शिक्षा पर चर्चा में बेहतरी के लिए उसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बाद भी की थी. पीएम से उसे साधुवाद पत्र मिला था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है