मिट्टी युक्त बालू व कम सीमेंट लगाने का आरोप
बिरनी प्रखंड की चोंगाखार पंचायत की करंभा नदी पर लगभग चार करोड़ रुपये की लागत से पुल का निर्माण कराया जा रहा है. पुल निर्माण कार्य में मिट्टी युक्त बालू का उपयोग करने, ढलाई में कम सीमेंट देने और विभागीय कनीय अभियंता की अनुपस्थिति से नाराज ग्रामीणों ने बुधवार काम बंद कर दिया. साथ ही इसकी सूचना विभाग के कार्यपालक अभियंता, सहायक अभियंता व कनीय अभियंता को दूरभाष पर दी. संवेदक व उसके मजदूर जबरन ढलाई कार्य करने को तैयार थे. इशके कारण ग्रामीण व संवेदक के बीच टकराव की स्थिति उत्पन्न हो गयी. ग्रामीणों ने कहा कि पुल का काम बंद कराते ही संवेदक झूठे मुकदमे में फंसा देने की धमकी दे रहा है. कहा कि पुल निर्माण में संवेदक ने पुल के बगल से ही मिट्टी युक्त बालू का उठाव कर जमा कर लिया है. डंप बालू में मिट्टी की मात्रा काफी ज्यादा है. पुल की ढलाई में 24.5 बोरा सीमें मिक्सचर मशीन डालना है, लेकिन इसकी जगह पर 21 बोरा सीमेंट का ही प्रयोग किया जा रहा था. मिक्सचर मशीन ऑपरेटर से सामग्री की पर्ची का मांग की, तो उसने कहा कि पर्ची नहीं है. संवेदक के मुंशी प्रदीप यादव ने कहा कि अच्छी गुणवत्ता वाली है. जहां पुल बन रहा है, वहीं से बालू का उठाव किया गया है. बेवजह ग्रामीण परेशान कर रहे हैं. विरोध कर काम बंद करानेवालों में सलीम अंसारी, कुर्बान अंसारी, अनवर अंसारी, मजहर अंसारी, इब्राहिम अंसारी, हाकिम अंसारी, इनामुल अंसारी, मुबारक अंसारी, परवेज अंसारी, असलम अंसारी, सिकंदर अंसारी, समीर अंसारी समेत कई ग्रामीण शामिल थे.निर्माण कार्य की करवायी जायेगी जांच :जेई
कनीय अभियंता विजय कुमार यादव ने दूरभाष पर कहा कि ग्रामीणों से शिकायत मिली है. गुरुवार को पुल निर्माण कार्य का निरीक्षण किया जायेगा. गड़बड़ी मिलने पर कार्रवाई की जायेगी..
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