पहल.
मटरूखा पंचायत में वन सुरक्षा समिति का हुआ, नये पदाधिकारियों को सौंपी गयी वन बचाने की जिम्मेदारीसदर प्रखंड की मटरूखा पंचायत के ग्रामीणों ने जंगल व पर्यावरण संरक्षण करने का संकल्प लिया है. बुधवार को बैठक कर वन सुरक्षा समिति का गठन किया गया. गठित कमेटी को जंगल बचाने की जिम्मेदारी मिली है. अध्यक्ष मोहन राय, उपाध्यक्ष काम प्रसाद मंडल, धनेश्वर कोल्ह व कट्टी राय, सचिव दुलाराम मुर्मू, सह सचिव रंजीत मंडल व कोषाध्यक्ष बैजनाथ मंडल बनाये गये हैं. मुखिया रवींद्र मंडल ने कहा कि जंगल की सुरक्षा को लेकर हम सबों को एकजुट होकर कार्य करना है. गठित कमेटी में 31 सक्रिय सदस्यों का चयन किया गया है. सभी ने पर्यावरण की रक्षा के लिए जंगल बचाने का संकल्प लिया है. बताया कि जांगो, बोनसिंघा, मकरियाटांड़, माहरेगढ़ा को प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित किया गया है. बैठक में जंगल से हरे पेड़ काटने पर पूरी तरह प्रतिबंध रहेगा. खनन व अतिक्रमण प्रतिबंधित है. दैनिक उपयोग के लिए दातून ला सकते हैं, लेकिन इसके व्यवसाय पर रोक रहेगी. बैठक में कई ग्रामीण उपस्थित थे.जंगलों में रहेगी विशेष निगरानी
बैठक में तय हुआ कि जंगलों में विशेष निगरानी रखी जायेगी. इसमें युवाओं की भूमिका अहम होगी. कोई भी व्यक्ति पेड़ों की कटाई ना कर सके, इसको लेकर सभी सतर्क रहेंगे. विशेष परिस्थिति में वन विभाग को सूचना दी जायेगी. बताया गया कि जंगल बचाना जरूरी है. लकड़ी तस्करों पर नकेल कसने की बात कही गयी.
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