68 करोड़ रुपये की लागत से हो रहा निर्माण, तीन दर्जन गांव के लोगों को मिलेगा शुद्ध पानी
बिरनी प्रखंड के बलिया, चोंगाखार व खरखरी में 68 करोड़ रुपये की लागत से बनायी जा रही पानी टंकी का निर्माण कार्य दो वर्षों में पूरा नहीं हुआ है. इससे स्थानीय ग्रामीणों में विभागीय अधिकारियों के साथ-साथ जनप्रतिनिधियों के प्रति आक्रोश है. बलिया, चोंगाखार व खरखरी पंचायत में हर घर नल से जल के तहत 68 करोड़ रुपये की लागत से काम शुरू हुआ. इसका शिलान्यास 20 मई 2023 को केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी एवं तत्कालीन विधायक विनोद सिंह ने किया था. शिलान्यास के दो वर्ष बीतने के बाद भी योजना पूरी नहीं हो पायी है. जनप्रतिनिधि भी योजना को जल्द चालू कराने को लेकर कोई पहल नहीं की जा रही है.लोगों नहीं मिल रहा शुद्ध पानी
योजना पूरी नहीं होने के कारण लोगों को शुद्ध पानी नहीं मिल रहा है. लोग चापाकल व कुआं से प्यास बुझाने को मजबूर हैं. लोगों का कहना है कि यदि इस टंकी से सप्लाई शुरू हो जाती, तो पानी की समस्या ही खत्म हो जाती और लोगो को घर में ही पानी मिल जाता. पानी टंकी बनने से लगभग 66 हजार लोगों को शुद्ध पेयजल मिलेगा. शिलान्यास के दौरान सांसद अन्नपूर्णा देवी ने कहा था कि यह केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है. वहीं, विधायक श्री सिंह ने कहा था कि पानी की समस्या से परेशान महिलाओं को सहूलियत होगा. इसके बावजूद योजना अभी तक पूरी नहीं हुई है.क्या कहते हैं डीडब्ल्यूएसडी के जेई
पेयजल व स्वच्छता विभाग (डीडब्ल्यूएसडी) के कनीय अभियंता अजय रजवार ने कहा कि विभाग में फंड का कुछ मामला चल रहा है. इसके काण संवेदक काम तेजी से नहीं कर पा रहा है. बलिया का काम संवेदक तेजी से कर रहा है. खरखरी में जमीन विवाद के कारण काम लटका हुआ है. दो-चार दिनों में संवेदक पानी टंकी का निर्माण काम शुरू हो जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है