मामला वर्तमान में देवघर कोर्ट में लंबित है. बताया जाता है कि आरोपी रितेश यादव गांडेय थाना क्षेत्र के गादी सिरसिया का रहने वाली है. वहीं, उसकी पत्नी पूजा कुमारी दुमका जिले के सरैयाहाट थाना की पांडेकेशो गांव की रहने वाली. वह 15 जुलाई को अपने पति से मिलने की इच्छा लेकर गांडेय पहुंची थी. एक दिन मंडवाटांड़ में रुकी और अपने पति से मिलने का प्रयास किया. उसने अपने पति को फोन किया, तो उसने उसे पहचानने से इंकार कर दिया. इसके बाद उक्त महिला वापस अपने घर चली गयी.
क्या है मामला :
रितेश यादव बरमसिया वन पंचायत में मुखिया चुनाव लड़ा था. चुनाव के बाद वह देवघर में रहने लगा. पूजा भी अपनी बहन के घर देवघर में रहने आयी थी. इसी बीच उसकी एक सहेली के माध्यम से वह रितेश से मिली और दोनों में प्रेम हो गया. इसके बाद दोनों ने बैद्यनाथधाम मंदिर में 17 अक्तूबर 2022 को शादी कर ली. दोनों ने देवघर कोर्ट में विवाह नामा पत्र सह शपथ पत्र भी भरा. शपथ पत्र में दोनों लोगों ने अपने स्वेच्छा से बिना किसी दबाव या बिना दान दहेज की शादी करने की बात कही है. बताया कि शादी के बाद रितेश यादव उसे देवघर के खिजुरिया स्थित घर में रखने लगा. इस बीच उसे बच्चा भी हुआ. कहा कि वह पूर्व से शादीशुदा था, इसकी उसे जानकारी नहीं थी. बताया कि चार दिसंबर 2022 को उसके घर में रितेश की मां, पिता, पहली पत्नी सहित अन्य संबंधी आये और मारपीट की. इसके बाद उन्होंने देवघर महिला थाना में सभी लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया. मामला दर्ज होने के बाद 16 जनवरी को 2023 को पुलिस ने रितेश यादव को गिरफ्तार कर लिया. डेढ़ साल के बाद रितेश जुलाई 2024 में जेल से बाहर निकला, जिसके बाद वह उससे नहीं मिला. बताया कि वह पति से मिलने के लिए लगातार प्रयास कर रही है, मगर रितेश यादव उससे नहीं मिल रहा है. कहा कि उसकी एक छोटी बच्ची है. वह अपने पति से जीवन भत्ता मांग रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है