महागामा प्रखंड क्षेत्र में अच्छी बारिश की कामना को लेकर श्रद्धालुओं द्वारा मां कलेश्वरी की पूजा अर्चना पारंपरिक रीति-रिवाज के साथ धूमधाम से की गयी. इस दौरान ढ़ोल- बाजे के साथ कलेश्वरी पहाड़ स्थित गुफा मंदिर में पूजा अर्चना संपन्न हुआ, जहां सैकड़ों श्रद्धालुओं ने श्रद्धा भाव से मां की आराधना किया. पूजा कार्यक्रम का नेतृत्व तारकेश्वर ब्रह्म ने किया. उन्होंने वेद मंत्रों के उच्चारण के साथ विधिपूर्वक पूजा किया और मां कलेश्वरी को प्रसन्न करने के लिए पांच प्रकार की बलि भी अर्पित की गयी. पूजा के दौरान उपस्थित श्रद्धालुओं ने क्षेत्र में समय पर और पर्याप्त वर्षा की कामना करते हुए मां से प्रार्थना की, ताकि खेती-किसानी में कोई बाधा न आये और किसानों की मेहनत रंग लाये. मालूम हो कि इस क्षेत्र में कृषि मुख्य आजीविका का स्रोत है और बारिश की भूमिका इसमें अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जाती है. पूजा-अर्चना के उपरांत श्रद्धालुओं के बीच महाप्रसाद का वितरण किया गया, जिसमें सैकड़ों लोगों ने भाग लिया और प्रसाद ग्रहण किया. भक्तों की मान्यता है कि मां कलेश्वरी की कृपा से क्षेत्र में हर वर्ष अच्छी वर्षा होती है और प्राकृतिक आपदाओं से सुरक्षा मिलती है. इस मौके पर पूजा में भाग ले रहे श्रद्धालुओं ने जानकारी दी कि मां कलेश्वरी की पूजा की यह परंपरा लगभग 500 वर्ष पुरानी है. पूजा की शुरुआत महागामा के तत्कालीन राजा मोल ब्रह्म द्वारा किया गया था. तभी से यह परंपरा लगातार जारी है. इस अवसर पर केशव सिकदार, सागर ब्रह्म सहित स्थानीय श्रद्धालु भारी संख्या में उपस्थित थे. पूजा के दौरान मां कलेश्वरी के जयकारों से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया.
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