इंडस बैंक का कर्मचारी बताकर युवक के खाते से 33 हजार रूपये की ऑनलाइन ठगी कर ली गयी है. ठगी के शिकार युवक का नाम तुषार कुमार साह है. जानकारी के अनुसार युवक तुषार कुमार साह का इंडस बैंक में लोन चल रहा था, जिसके बारे में खाताधारक को साइबर फ्रॉड द्वारा कॉल किया गया. कॉल उसी बैंक से था, इसलिए खाताधारक को विश्वास होता चला गया. साइबर फ्रॉड द्वारा पूछे गये सभी प्रश्नों का खाता धारक द्वारा जवाब दिया गया. इसके बाद खाते से चार किश्तों में 33 हजार रुपये की ऑन लाइन ठगी हो गयी. युवक ने इसकी शिकायत मुफस्सिल थाने में की है. युवक सबसे पहले बैंक गया, जिसमें बताया गया कि युवक के खाते से उक्त राशि की फ्रॉड हो गयी है तथा पुलिस में आवेदन दिये जाने को कहा. आवेदक ने आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की है.
कहीं बैंक से तो लीक नहीं हो रही है जानकारी
युवक ने इस मामले को भी रखा कि साइबर फ्रॉड को कैसे इस बात की जानकारी मिली कि उनका लोन चल रहा है. बताया कि जब तक बैंक द्वारा जानकारी लीक नहीं की गयी हो, तब तक साइबर फ्रॉड को कैसे जानकारी मिलती. इस मामले में भी युवक ने जांच कराये जाने की मांग की है.पशुपालन डॉक्टर के खाते से निकाल ली गयी थी 30 लाख पेंशन की राशि
जिले में साइबर फ्रॉड का नया मामला नहीं है. पहले भी जिले के सेवानिवृत पशुपालन डॉक्टर के खाते से तकरीबन 30 लाख रुपये की राशि साइबर फ्रॉड हो गयी थी. बड़ी मुश्किल से 20 लाख की राशि इधर-उधर प्रयास से रूकवाने का प्रयास किया गया. तब जाकर जान बची. फिर भी 10 लाख रुपये की राशि का हस्तांतरण साइबर फ्रॉड द्वारा कर लिया गया था. यहां भी डॉक्टर द्वारा पहले रांची स्थित पेंशन विभाग से संपर्क साधा गया था. ठीक 10 मिनट के बाद ही साइबर फ्रॉड ने फोन कर उक्त राशि की ठगी कर ली.
गोड्डा कस्बा नया जामताडा के रूप में हो रहा है तैयार
जिला मुख्यालय का गोड्डा कस्बा गांव नया जामताड़ा के रूप में तैयार हो रहा है. यहां बीते तीन-चार सालों में साइबर फ्रॉड का नया गैंग तैयार हुआ है. बीते तीन सालों में पुलिस ने साइबर फ्रॉड को गिरफ्तार किया है. हाल में भी तीन साइबर फ्रॉड की पहचान पुलिस ने की, जिसको गिरफ्तार कर पूछताछ करने पर मामले का खुलासा किया गया. हालांकि पुलिस आरोपियों को चिह्नित करने का काम कर रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है