ऊर्जानगर स्थित भगवान जगन्नाथ महाप्रभु के मंदिर में रथ यात्रा की वापसी यात्रा के अवसर पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी. जय जगन्नाथ के गगनभेदी नारों और मंत्रोच्चार से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया. भगवान जगन्नाथ, बहन सुभद्रा एवं भाई बलभद्र के विग्रहों को आकर्षक ढंग से सजाकर फूलों से सुसज्जित रथ पर विराजमान किया गया. रथ की भव्यता देखते ही बनती थी. रथ यात्रा में महिलाओं, पुरुषों एवं बच्चों की भागीदारी उल्लेखनीय रही. सभी रथ की रस्सी खींचने को उत्साहित दिखे. लगभग एक किलोमीटर लंबी इस यात्रा के दौरान चार स्थानों पर विशेष मठ बनाकर भगवान की पूजा व आरती मठाधीशों द्वारा विधिपूर्वक की गयी. देर शाम रथ यात्रा मंदिर परिसर पहुंची, जहां विधिपूर्वक आरती व पूजन के उपरांत श्रद्धालुओं के बीच महाप्रसाद का वितरण किया गया. पूरे आयोजन को सफल बनाने में पूजा समिति और प्रशासन की भूमिका सराहनीय रही. आयोजन शांतिपूर्ण और व्यवस्थित ढंग से संपन्न हुआ. जानकारी देते हुए पीसी धर ने बताया कि भगवान जगन्नाथ को छह जुलाई को स्वर्णाभूषणों से श्रृंगारित किया जाएगा तथा 8 जुलाई को विशेष अनुष्ठानों के बाद भगवान, बहन सुभद्रा और भाई बलभद्र के साथ पुनः मंदिर में विराजमान होंगे. इस रथ यात्रा ने ऊर्जानगर, महागामा एवं आसपास के क्षेत्रों में आध्यात्मिक उत्सव का माहौल बना दिया. मौके पर राजमहल परियोजना के जीएम एएन नायक, पूजा कमेटी अध्यक्ष प्रदीप कुमार सिंह, रविकांत सिंह, मनीष कुमार, शंकर गुप्ता, डॉ. राधेश्याम चौधरी सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे.
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