ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (ईसीएल) की राजमहल कोल परियोजना का निरीक्षण करने आयी टीम ने शुक्रवार को खनन क्षेत्र के विभिन्न स्पॉटों का जायजा लिया. निरीक्षण के दौरान टीम ने डीप माइनिंग, ओसीपी और तालझारी डंपिंग प्वाइंट सहित प्रमुख स्थानों की सुरक्षा और संचालन व्यवस्था की गहन जांच की. टीम में शामिल परियोजना के प्रोजेक्ट अफसर सतीश मुरारी ने पीट सेफ्टी कमेटी के सदस्यों के साथ डीप माइनिंग क्षेत्र के भीतर जाकर निरीक्षण किया. श्री मुरारी ने खनन क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था को और सुदृढ़ करने के निर्देश दिये. उन्होंने कहा कि खदान क्षेत्र में हॉल रोड पर बने गड्ढों को तत्काल भरवाया जाये, और कोयला ढुलाई के लिए बने सड़कों का समतलीकरण किया जाये. इसके साथ ही खनन क्षेत्र में प्रकाश की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने और बारिश के पानी की निकासी हेतु पंपसेट लगाने के निर्देश भी दिये गये. उन्होंने विशेष रूप से यह भी कहा कि मिट्टी की कटाई और कोयला खनन का कार्य तय दूरी बनाकर बैचों में किया जाये, ताकि सुरक्षा सुनिश्चित रहे. निरीक्षण के दौरान कमेटी के सदस्यों ने खनन क्षेत्र में सुरक्षा उपायों पर संतोष व्यक्त किया और बताया कि कार्य स्थल पर सभी आवश्यक सुरक्षा मानकों का पालन किया जा रहा है. श्री मुरारी ने कर्मियों को जीरो दुर्घटना का लक्ष्य लेकर कार्य करने की सलाह दी और कहा कि खनन क्षेत्र में प्रवेश से पूर्व सभी को अनिवार्य रूप से सुरक्षा उपकरण पहनने चाहिए, शराब सेवन कर किसी को भी कार्य स्थल पर नहीं आने दिया जाये. निर्धारित दूरी पर वाहन चलाने का सख्ती से पालन किया जाये. निरीक्षण उपरांत एक बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें खनन प्रबंधक ओपी चौधरी, सुरक्षा पदाधिकारी पी. वर्णवाल, रामानंद प्रसाद, एसके सिन्हा, रामसुंदर महतो, शीतल यादव, नरेंद्र कुमार, संतलाल लोहार, करीम अंसारी, एहसान अंसारी, प्रदीप मंडल, मुनाजिर हुसैन, एसएस मरांडी समेत अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे.
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