गोड्डा जिले के विधिक सेवा प्राधिकरण (डालसा) के फ्रंट ऑफिस में पारिवारिक विवाद से जुड़ी सुनवाई के दौरान एक दंपति के बीच सुलह करायी गयी. वर्षों पुराने विवाद को भुलाकर पति-पत्नी ने साथ रहने का निर्णय लिया. इसके बाद महिला की विदाई करायी गयी और दोनों को सुखी दांपत्य जीवन के लिए शुभकामनाएं दी गयी. मामला मुफस्सिल थाना क्षेत्र के लोबंधा गांव निवासी मुस्तफा अंसारी और उनकी पत्नी तस्लीमा खातून से जुड़ा है. दोनों के बीच आपसी विवाद के चलते पिछले दो वर्षों से अलग-अलग रह रहे थे. विवाहिता तस्लीमा खातून ने जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के फ्रंट ऑफिस में पूर्व वाद दाखिल (प्री-लिटिगेशन शिकायत) करते हुए न्याय की गुहार लगायी थी.
ससुराल पक्ष पर मारपीट का आरोप, मायके से दर्ज कराया आवेदन
तस्लीमा खातून ने बताया कि दोनों की शादी लगभग दस वर्ष पूर्व हुई थी. उनके दो बच्चे हैं एक पांच वर्षीय पुत्री और तीन वर्षीय पुत्र. इसके बावजूद इसके, ससुराल पक्ष द्वारा लगातार मारपीट किये जाने से तंग आकर वह अपने मायके देवडांड़ थाना क्षेत्र के खरकचिया खैरा टोला चली गयी थीं. वहीं से आकर उन्होंने आवेदन दिया. डालसा ने दोनों पक्षों को नोटिस भेजकर कार्यालय में उपस्थित कराया। सुनवाई के दौरान एलएडीसी और अधिकार मित्रों की मौजूदगी में दोनों पक्षों को समझा-बुझाकर आपसी सहमति से मामले का समाधान कराया गया. इसके बाद तस्लीमा खातून की विदाई करायी गयी.एक अगस्त को खैरियत रिपोर्ट के लिए बुलावा
डालसा ने दंपति को एक अगस्त को खैरियत रिपोर्ट के लिए पुनः उपस्थित होने का निर्देश दिया है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि दोनों पक्षों के बीच भविष्य में कोई विवाद न हो. इस सफल मध्यस्थता में डालसा की टीम की भूमिका सराहनीय रही. टीम में एलएडीसी अजीत कुमार, आयुष राज, अधिकार मित्र पूजा रानी, रेशमी कुमारी, रोबिन यादव, नवीन कुमार, धनंजय कुमार एवं तबरेज की सक्रिय भागीदारी रही.
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