मेघी पंचायत अंतर्गत डोरमा चौक से कोलवा गांव तक की सड़क की बदहाली ने क्षेत्र के सैकड़ों ग्रामीणों के जीवन को कठिन बना दिया है. यह कच्ची सड़क लगभग आधा दर्जन पहाड़ी गांवों को जोड़ती है, जिनमें कोलवा, मालीगोरा, गरियामू, मालभीठा, पैरागोरा और गागरिया शामिल हैं. सड़क की खराब स्थिति के कारण करीब 800 से अधिक ग्रामीण प्रभावित हो रहे हैं.
बारिश में सड़क कीचड़ में तब्दील, पैदल चलना भी दूभर
सड़क कच्ची होने के कारण वर्षा ऋतु में यह पूरी तरह कीचड़ में बदल जाती है, जिससे न केवल वाहनों का आवागमन बाधित होता है, बल्कि पैदल चलना भी जोखिम भरा हो जाता है. ग्रामीणों के अनुसार, सड़क की स्थिति इतनी खराब है कि बीमार व्यक्ति को अस्पताल तक पहुंचाने के लिए खाट का सहारा लेना पड़ता है, क्योंकि किसी भी प्रकार की वाहन सुविधा गांव तक उपलब्ध नहीं है. गांव के निवासी मोतीलाल मुर्मू, ताला मरांडी और मुंशी सोरेन ने बताया कि कई वर्षों से सड़क की यही स्थिति बनी हुई है. उन्होंने बताया कि इस संबंध में कई बार प्रखंड और जिला प्रशासन को आवेदन दिया गया, लेकिन आज तक कोई सकारात्मक कार्यवाही नहीं हुई.मुखिया ने भी जतायी चिंता, मरम्मत की मांग
मेघी पंचायत के मुखिया मनोज मरांडी ने कहा कि यह सड़क अत्यंत जर्जर अवस्था में है और इसके कारण ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने बताया कि सड़क मरम्मत के लिए जिला प्रशासन को पत्र भेजा गया है. उन्होंने इस सड़क के निर्माण को अत्यंत आवश्यक बताया. ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि सड़क की मरम्मत शीघ्र करायी जाये ताकि दैनिक जीवन की कठिनाइयों से उन्हें राहत मिल सके. ग्रामीणों का कहना है कि यदि शीघ्र सड़क का निर्माण नहीं कराया गया, तो वे आंदोलन करने पर मजबूर होंगे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है