गोड्डा जिले में सड़क दुर्घटनाओं का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है. बीते 24 घंटों में अलग-अलग स्थानों पर हुई दो सड़क दुर्घटनाओं में तीन युवकों की दर्दनाक मौत हो गयी, जबकि एक अन्य युवक गंभीर रूप से घायल है. पहली घटना गुरुवार सुबह की है, जब शांतिनगर मोहल्ला निवासी प्रिंस कुमार राउत बासुकीनाथ धाम से पूजा-अर्चना कर अपने मित्र मुकेश कुमार के साथ लौट रहा था. इसी दौरान एक तेज रफ्तार हाइवा ने उन्हें चपेट में ले लिया. हादसे में प्रिंस की मौके पर ही मौत हो गयी, जबकि मुकेश गंभीर रूप से घायल हो गया. उसका दायां जांघ टूट गया है और वह अस्पताल में इलाजरत है. प्रिंस के शव का गुरुवार की सुबह गोड्डा सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम किया गया. चिकित्सकों के अनुसार, उसके सिर और शरीर के कई हिस्सों में गंभीर चोटें आयी थीं. दूसरी घटना बुधवार की देर रात देवदांड थाना क्षेत्र के कारीकादर गांव की है. यहां के निवासी देवीलाल हेम्ब्रम और लखीराम हेम्ब्रम हाट बाजार से लौट रहे थे. इसी दौरान पिंडराहाट के पास एक अज्ञात पिकअप वाहन ने उन्हें कुचल दिया, जिससे दोनों की घटनास्थल पर ही मौत हो गयी. स्थानीय थाना पुलिस ने दोनों शवों को बरामद कर गुरुवार को पोस्टमार्टम के लिए गोड्डा सदर अस्पताल भेजा और बाद में परिजनों को सौंप दिया.
अस्पताल परिसर में मचा कोहराम, परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
प्रिंस कुमार राउत की मौत की खबर मिलते ही अस्पताल परिसर में कोहराम मच गया. उनके माता-पिता और अन्य परिजन दहाड़ मार-मार कर रोने लगे. आसपास मौजूद लोगों ने उन्हें सांत्वना देने का प्रयास किया, लेकिन शोक की लहर में पूरा वातावरण गमगीन हो गया.लगातार बढ़ रही सड़क दुर्घटनाएं, हर महीने जा रही कई की जान
गोड्डा जिले में सड़क हादसों का ग्राफ दिन-ब-दिन बढ़ता ही जा रहा है. अब यह आम बात हो गयी है कि हर महीने औसतन आधा दर्जन से अधिक लोगों की जान जा रही है. विशेषज्ञों और स्थानीय लोगों के अनुसार, इसके पीछे मुख्य कारण नशे की हालत में वाहन चलाना, तेज रफ्तार, ट्रैफिक नियमों की अनदेखी और बिना हेलमेट बाइक चलाना है. शहर के कई युवा बिना किसी सुरक्षा उपकरण के तेज रफ्तार से बाइक चला रहे हैं, जिससे दुर्घटनाएं आम हो गयी हैं. प्रशासन से सख्ती की मांग, लापरवाह चालकों को चिह्नित कर दंडित किया जाये. स्थानीय नागरिकों ने पुलिस प्रशासन से अपील की है कि ऐसे तेज रफ्तार और नियम तोड़ने वाले चालकों पर सख्त कार्रवाई की जाये. विशेष रूप से बिना हेलमेट बाइक चलाने वालों को चिन्हित कर जुर्माना और कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके और निर्दोष लोगों की जान बचाई जा सके.
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