पथरगामा प्रखंड में अवैध बालू परिवहन का व्यवसाय दिन-दहाड़े जारी है. जिला खनन विभाग द्वारा तीन दिन पहले दो बालू लदेमट्रैक्टर जब्त कर पुलिस को सौंपे जाने के बाद भी बालू की ढुलाई जारी है. शनिवार को रानीपुर रोड पर बालू लदे ट्रैक्टर बेरोकटोक दौड़ते नजर आये. स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि बालू व्यवसायियों के मन में पुलिस या प्रशासन का कोई भय नहीं है. एक ट्रैक्टर बालू गिराने के लिए 6,000 से 7,000 रुपये तक चुकाते हैं. रजौन मोड़-बिसाहा मार्ग से चिलरा, रानीपुर, कुराबा, परसपानी, महादेवकित्ता और अन्य गांवों तक दैनिक तादाद में ट्रैक्टर बालू ले जाते हैं. 10 जून से 15 अक्टूबर तक नदियों से बालू उठाने पर रोक लागू होने के बावजूद कई स्थानों पर आदेश की अवहेलना की जा रही है. ग्रामीणों का कहना है कि पर्यावरण संबंधी इस आदेश का अनुपालन केवल कागजों तक सीमित है और उसमें कोई सख्ती नजर नहीं आती. पथरगामा प्रशासन की ओर से यह दावा तो किया जाता है कि अवैध बालू वाहन जब्त किये जा चुके हैं, लेकिन इस कार्रवाई का कोई दुरुपयोग नहीं दिख रहा. पथरगामा की सीओ कोकिला कुमारी ने कहा कि अब यदि कभी अवैध बालू परिवहन पाया गया तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
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