मेहरमा प्रखंड क्षेत्र के डोय पंचायत में लाखों की लागत से लगा सोलर जलमीनार बेकार पड़ा है. सोलर जलमीनार बेकार पड़ने के कारण पंचायत क्षेत्र के ग्रामीणों को पेयजल के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. बता दें कि इस पंचायत में चार गांव डोय, कमरगामा, हरिपुर व महुआडीह गांव पड़ता है. इस पंचायत में लगभग साढ़े हजार वोटर हैं. जबकि इस पंचायत की कुल आबादी लगभग 11 हजार के करीब है. इस पंचायत में मुस्लिम, यादव, मंडल, आदिवासी, हरिजन, तत्वा, केवट, धोबी, नाई जाति के लोग हैं. 11 हजार की आबादी वाले पंचायत में 15वें वित्त से 15 सोलर जलमीनार को लगभग 40 लाख की लागत से लगाया गया था. इस पंचायत में पेयजल की समस्या होने के कारण जब सोलर जलमीनार को लगाया गया है. सोलर जलमीनार लगने से ग्रामीणों का हद तक पेयजल की समस्या दूर हो गयी थी. पेयजल की समस्या से निजात मिलने से ग्रामीणों में काफी खुशी थी. लोग इस बात से जिला प्रशासन या फिर जनप्रतिनिधि का खूब प्रशंसा करते दिख रहे थे. पंचायत की स्थिति यह थी कि फरवरी मार्च महीने में ही पेयजल कूप सुख जाता था. ग्रामीण अपने प्यास बुझाने के लिए दुसरे के पेयजल कूप या फिर दुसरे के घर के बोरिंग के पानी से अपनी प्यास बुझाते थे. मगर 15 सोलर जलमीनार में मात्र तीन जलमीनार ठीक है और बाकी के 13 जलमीनार कई वर्षों से खराब पड़ा हुआ है. सोलर जलमीनार खराब होने के कारण ग्रामीण आज महंगे दर पर डब्बे का पानी लेकर अपनी प्यास बुझा रहे हैं. हालांकि पंचायत के मुखिया द्वारा लगे सोलर जलमीनार को ठीक भी कराया गया, मगर पानी का लेयर कम होने के कारण पुनः खराब पड़ा हुआ है. ग्रामीण मो नवाब, मो अफजल, मो सिराज, प्रकाश ठाकुर, रंजन ठाकुर, मनोज मंडल, संजय साह, हेमंत साह, बाबूराम हांसदा, संजय शर्मा, रामू तांती, पप्पू तांती ने वरीय पदाधिकारी व जनप्रतिनिधि से सभी जलमीनार को ठीक कराने की मांग की है.
क्या कहते हैं मुखिया
पंचायत में लगे जलमीनार को दो-तीन बार ठीक कराया गया है. मगर पानी का लेयर कम होने के कारण कुछ ही दिनों में मोटर जल जाता है. जब तक इन सभी गांव में डीप बोरिंग नहीं हो जाती है, तब तक पेयजल की समस्या से निजात नहीं मिलेगा.– मुसर्रत आरा, मुखिया डोयB
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है