जिस मार्ग पर गुरुवार को सड़क दुर्घटना में इलियास की मौत हुई है, वहां पूर्व में भी कई बार बड़े वाहनों के परिचालन पर रोक के लिए लोगों द्वारा मांग की जा चुकी है. लोग पहले ही इस प्रकार की घटना से खौफजदा थे. इसके पहले भी हरिपुर गरबन्ना के पास हाइवा की चपेट में आने से एक आदिवासी की मौत हो गयी थी. रोड एक्सीडेंट में मौत की यह दूसरी घटना है. मालूम हो कि इस रास्ते से होकर दिन-रात बड़े वाहन का परिचालन होता है. यहां सड़क के दोनाें ओर घनी आबादी बसती है. लोगों ने प्रभात खबर की ओर से आयोजित प्रभात संवाद कार्यक्रम में भी बड़े वाहनों के परिचालन पर रोक लगाने की मांग की थी. कई बार आवाज उठाने के बाद भी जिला प्रशासन ने चांदनी चौक के पास बैरिकेडिंग नहीं किया, जिससे आये दिन इस मार्ग से होकर बड़े वाहन का परिचालन होता रहता है.
वीर कुंवर सिंह चौक से चांदनी चौक को जोड़ती है सड़क
बड़े वाहनों का परिचालन इस सड़क से होने का कारण है कि दिन में शहर में नो इंट्री लगी रहती है. ऐसे में सुंदरपहाड़ी से आने वाले और जाने वाले वाहनों का परिचालन बेरोकटोक होता है. मिर्जाचौकी से सुंदरपहाड़ी होते हुए हाइवा व ट्रक चांदनी चौक होते हुए सीधे इस मार्ग में प्रवेश कर जाता है और सीधे दोमुहीं के समीप निकल जाता है. ऐसे में यहां नो इंट्री की फजीहत नहीं झेलनी पड़ती हैं. लोग इस परेशानी से निजात के लिए कई बार आवाज बुलंद कर चुके हैं. कुछ दिनों तक वाहनों के आवागमन पर रोक लगा रहा, परंतु बाद में बैरिकेडिंग को चालू कर दिया गया और वाहनों को आने-जाने दिया गया.हज आयोग के सदस्य ने दिया मुआवजा
जानकारी होने पर राज्य हज आयोग के सदस्य इकरारूल आलम द्वारा मृतक इलियास अंसारी के परिजनों को तत्काल राहत के तौर पर मुआवजे के रूप में 10 हजार की रकम प्रदान की गयी. बताया कि आगे भी परिजनों को उचित मुआवजा दिलाने का काम किया जाएगा. इस दौरान कांग्रेस नेता आलमगीर अंसारी, शरीफ अंसारी आदि उपस्थित थे.
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