गुमला. जिले में चलाये जा रहे धरती आबा जनजातीय जागृत अभियान के तहत जिले भर में अब तक कुल 538 शिविरों का आयोजन किया जा चुका है. उपायुक्त प्रेरणा दीक्षित ने बताया कि अभियान का उद्देश्य विशेष रूप से पीवीटीजी समुदाय के ग्रामों तक सरकारी सेवाओं को सुलभ बनाना व वंचित समुदायों को योजनाओं से जोड़ना है. शिविरों में अब तक 2.2 लाख से अधिक नागरिकों ने भाग लिया, जिन्होंने स्वास्थ्य, पोषण, प्रमाण पत्र, पेंशन, मनरेगा, आधार व डिजिटल सेवाओं से संबंधित योजनाओं की जानकारी प्राप्त की तथा बड़ी संख्या में लोगों ने मौके पर ही योजनाओं के लिए आवेदन जमा किये. शिविरों की सबसे बड़ी विशेषता यह रही कि हजारों नागरिकों को शिविर में ही तत्काल योजनाओं का लाभ दिया गया, जिससे सेवा वितरण की पारदर्शिता और तीव्रता को बल मिला. आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत 5632 लोगों ने गोल्डन कार्ड के लिए आवेदन दिया, जिनमें से 5109 लाभुकों का कार्ड जारी किया गया. जाति प्रमाण पत्र के लिए 3095 आवेदन प्राप्त हुए, जिसमें 2132 लोगों को प्रमाण पत्र बना कर उपलब्ध कराया गया. वृद्धावस्था, विधवा व दिव्यांग पेंशन योजना के अंतर्गत 4603 लोगों ने आवेदन दिये, जिसमें 2838 को ऑन द स्पॉट पेंशन स्वीकृति दी गयी. पोषण अभियान के तहत 2090 नागरिकों को पोषण संबंधी सेवाएं व जानकारी दी गयी. साथ ही अन्नप्रासन्न व गोदभराई जैसी रस्म भी कैंप में की गयी. आधार कार्ड निर्माण व सुधार से संबंधित 3061 आवेदन प्राप्त हुए, जिसमें से 2398 आवेदनों का निष्पादन शिविर स्थल पर ही किया गया. मनरेगा योजना के तहत 7315 लोगों ने रोजगार के लिए आवेदन दिया, जिसमें से 5726 लाभुकों को योजनाओं से जोड़ते हुए जॉब कार्ड जारी किया गया. शिविर में 13727 नागरिकों की सिकल सेल एनीमिया की जांच की गयी.
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