गुमला. ट्रेड यूनियन की हड़ताल का असर गुमला जिले में भी दिखा. हड़ताल के समर्थन में भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआइसी) गुमला मुख्य शाखा के कर्मचारियों ने शाखा कार्यालय में तालाबंदी की. तालाबंदी के बाद सभी कर्मचारी मुख्य द्वार पर हड़ताल पर बैठ गये. इस दौरान कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर नारेबाजी की. कर्मचारी नेता सेत कुमार एक्का ने कहा कि श्रम कानूनों में हुए संशोधन से देश के श्रमिकों को भारी नुकसान होगा. उन्होंने कहा कि नयी पेंशन योजना कर्मचारियों के हित में नहीं है, जहां तक एलआइसी की बात है, तो यह भारत सरकार का लाभकारी सार्वजनिक उपक्रम है. इसका निजीकरण देश के आर्थिक विकास में बड़ा बाधक होगा. देश व देशवासियों की आर्थिक उन्रति के लिए निजीकरण का रास्ता छोड़ कर एलआइसी का निजीकरण नहीं किया जाना चाहिए. कहा कि एलआइसी में तृतीय व चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों की नियुक्ति आवश्यक है. बीते पांच वर्षों से नियुक्ति रुकी हुई है. इससे देश के युवाओं में निराशा है. साथ ही जीवन बीमा व स्वास्थ्य बीमा में जीएसटी लागू होने से बीमा धारकों को भरकम प्रीमियम भरना पड़ता है, जो बीमा धारकों के लिए आर्थिक बोझ है. अतः आमलोगों के हित में जीएसटी वापस लिया जाना चाहिए. धरना प्रदर्शन में शाखा सचिव कॉमरेड आशीष कुमार, अहमद तिग्गा, शशिभूषण बेक, अनुज केरकेट्टा, अश्विनी कुमार, माइकल सुरीन, गोपाल बोस, मेरी ब्लांच केरकेट्टा, सौम्य कुमारी, बंधु तिग्गा, बालेश्वर उरांव, चंदन कुमार, राकेश कुमार, संजय टोप्पो, हरखनाथ, सुनील कुमार, मिथिलेश कुमार आदि शामिल थे.
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