गुमला. प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन जेजेएमपी के खिलाफ गुमला पुलिस को सफलता मिली है. पुलिस ने जेजेएमपी के सब जोनल कमांडर लोहरदगा जिला स्थित जोबांग थाना के रूबेद गांव निवासी फिरोज अंसारी (35) को गिरफ्तार किया है. उसके पास से रायफल, 350 पीस जिंदा गोली, मोबाइल, पिटठू, डायर समेत कई सामान मिले हैं. इसके खिलाफ गुमला, लोहरदगा व लातेहार जिले में 11 मामले दर्ज हैं. फिरोज अंसारी हत्या से लेकर कई मुठभेड़ में शामिल रहा है. कई बार पुलिस के साथ हुए मुठभेड़ में वह बच निकला है. लेकिन इस बार गुमला एसपी की रणनीति के कारण वह पकड़ा गया. गुमला एसपी हारिश बिन जमां ने कहा है कि उग्रवादियों के खिलाफ अभियान जारी रहेगा. जिस संगठन के भी उग्रवादी हैं, वे मुख्यधारा से जुड़ते हुए बेहतर जिंदगी जियें. उन्होंने कहा कि फिरोज अंसारी जेजेएमपी का बड़ा उग्रवादी था. उसकी गिरफ्तारी से जेजेएमपी को झटका लगा है.
बच निकला जेजेएमपी सुप्रीमो रवींद्र यादव
गुमला एसपी हारिश बिन जमां को गुप्त सूचना मिली थी कि बिशुनपुर थाना के घाघरा जंगल में कुछ उग्रवादी घूम रहे हैं. इसके बाद एसडीपीओ सुरेश प्रसाद यादव के नेतृत्व में एक पुलिस टीम का गठन किया गया. पुलिस टीम ने घाघरा जंगल की घेराबंदी की. पुलिस उग्रवादियों तक पहुंच गयी थी. परंतु पुलिस को देख कर कई उग्रवादी भागने लगे. जेजेएमपी सुप्रीमो रवींद्र यादव घने जंगल का फायदा उठा कर निकल गये. अन्य उग्रवादी भी भागने लगे. पुलिस ने खदेड़ कर फिरोज अंसारी को गिरफ्तार किया. पूछताछ में पता चला कि फिरोज अंसारी सब जोनल कमांडर है और उसके ऊपर पांच लाख का इनाम है.
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