गुमला. शहर के जशपुर रोड बंगाली क्लब के सामने एनएच-78 के किनारे लगने वाले सब्जी मार्केट को नगर परिषद ने हटा दिया है. सब्जी दुकानों को लगने से रोकने के लिए जशपुर रोड मार्केट में गड्ढा खोद दिया गया है. मार्केट में गड्ढा खोदे जाने से सब्जी विक्रेता वेंडिंग जोन में शिफ्ट हो गये. हालांकि इस मुद्दे को लेकर सब्जी विक्रेता शनिवार को गुमला उपायुक्त से मिलने पहुंचे थे. परंतु उपायुक्त के बसिया प्रखंड दौरा के कारण मुलाकात नहीं हो सकी. बता दें कि जशपुर रोड सब्जी मार्केट को लेकर गहराये विवाद के बाद शुक्रवार की रात व शनिवार की अहले सुबह नगर परिषद द्वारा जेसीबी चलवा कर गड्ढा खुदवा दिया गया है. इस कारण शनिवार को कोई दुकानदार अपनी दुकान सड़क किनारे नहीं लगा पाये. थक हार कर सभी सब्जी दुकानदार टंगरा मार्केट में बने वेंडिंग जोन में अपनी-अपनी सब्जी दुकानें लगायी. बताते चलें कि शुक्रवार की दोपहर सड़क के किनारे से अतिक्रमण हटाने के क्रम में नगर परिषद गुमला के कर्मी व सब्जी विक्रेता आपस में भिड़ गये थे. इसके बाद नगर परिषद को पीछे हटना पड़ा था. सब्जी दुकानदारों ने विरोध में दो घंटे तक सड़क जाम कर दिया था. परंतु शाम होते पुन: सब्जी दुकानदारों ने सड़क के किनारे अपनी-अपनी दुकान लगा दी थी. इसलिए नगर परिषद ने दुकानों को लगाने से रोकने के लिए गड्ढा खुदवा दिया. इस संबंध में नगर परिषद के प्रशासक सारजेन मरांडी ने कहा कि उक्त स्थल पर सुंदरीकरण का कार्य होना है, जिससे स्थल को अतिक्रमण मुक्त बनाया गया है. जहां रेलिंग देकर गार्डेन व लाइटिंग का कार्य किया जायेगा. पेबर ब्लॉक बैठाने में हुए थे लाखों रुपये खर्च: प्रयास मंच गुमला के अध्यक्ष संतोष झा ने कहा है कि नगर परिषद ने जशपुर रोड सब्जी मार्केट को सुंदर बनाने के लिए दो साल पहले लाखों रुपये की लागत से पेबर ब्लॉक बिछाया था, जिससे जशपुर रोड सुंदर दिखता था. परंतु उसी पेबर ब्लॉक पर नगर परिषद के टैक्स क्लेक्टरों ने मिट्टी डाल दी थी. अब सब्जी दुकानों को लगने से रोकने के लिए नगर परिषद ने पेबर ब्लॉक को उखाड़ दिया. अब सवाल यह है कि आप पहले लाखों रुपये सरकारी धन खर्च करते हैं. फिर उस राशि को बर्बाद कर देते हैं. सरकारी धन की बर्बादी कब तक होगी. इस मामले की जांच होनी चाहिए.
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