चैनपुर(गुमला). चैनपुर थाना के चितरपुर गांव निवासी लालो सिहोर (40) ने अपने देवर रामलाल सिहोर की लाठी से पीट-पीट कर हत्या कर दी. हत्या करने के बाद वह थाना पहुंच कर सरेंडर कर दिया. हत्या के कारणों का स्पष्ट जानकारी नहीं मिली है. जानकारी के अनुसार शनिवार की रात देवर व भाभी में किसी बात को लेकर कहासुनी हो गयी. इससे गुस्से में आकर भाभी लालो सिहोर ने अपने देवर रामलाल सिहोर की लाठी से सिर पर मार दिया. इसके बाद रामलाल अपने कमरे में सोने चला गया. कुछ देर के बाद भाभी खाना देने के लिए कमरे में गयी, तो देखा कि रामलाल की मौत हो चुकी है. लालो सिहोर का पति करमन सिहोर केरल में मजदूरी का काम करता है. बताया जा रहा है कि घटना के समय मृतक शराब के नशे में था. घटना की सूचना पर पुलिस ने आरोपी भाभी को गिरफ्तार कर लिया है.
मंईयां योजना के वेरिफिकेशन के नाम पर वसूली
गुमला. मिशन बदलाव के संस्थापक सदस्य भूषण भगत ने बताया कि महिलाओं की शिकायत आ रही है कि सेविकाओं द्वारा 200 रुपये मंईयां सम्मान योजना का वेरिफिकेशन के नाम से वसूली कर रही है. जो पैसा नहीं दे रहा है, उनका कार्य नहीं कर रही है. पेंशनधारी, विधवा, दिव्यांग पेंशन धारकों से भी 50 रुपये वेरिफिकेशन के नाम से मांगा जा रहा है. कुछ चिह्नित आंगनबाड़ी सेविकाएं हैं, जिसमें आजाद बस्ती, खड़िया पाड़ा, हुसैन नगर, रजा कॉलोनी, गौस नगर, आंबेडकर नगर इन सभी जगह की सेविकाएं बेखौफ होकर मंइयां सम्मान योजना में 200 रुपये व पेंशनधारियों से 50 रुपये की वसूली कर रही हैं. जब से मंईयां सम्मान योजना शुरू हुई है. सेविकाएं कई बार पैसा ले चुकी हैं. मोहल्ले वासियों ने अपनी समस्याओं को साझा करते हुए बताया कि हम सभी लाभुक जो बहुत गरीब हैं. मंईयां सम्मान योजना का जो वेरिफिकेशन के लिए हमलोग लगातार परेशान हैं. वेरिफिकेशन के लिए 200 रुपये की वसूली सेविकाएं दलालों के माध्यम से कर रही है. श्री भगत ने स्पष्ट कहा है कि किसी तरीके के बिचौलियों व दलालों को मंईयां सम्मान योजना का वेरिफिकेशन के नाम पर किसी को एक पैसा भी नहीं देना है और जब कभी भी कोई ऐसी उगाही करते हैं, तो सीधे रूप से संबंधित पदाधिकारी को आवेदन प्रशासन को सौंपना है. इन सभी मामलों को लेकर फोन के माध्यम से डीसी को अवगत कराया गया है. डीसी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जहां-जहां भी इस तरह की घटनाएं हो रही हैं, उनकी सूची उपलब्ध कराने के लिए भूषण भगत को कहा है. भूषण भगत ने डीसी को सभी मामलों को गंभीरता से बताते हुए सभी की सूची जल्द से जल्द उपलब्ध कराकर ऐसे बिचौलिया दलालों जो की लाभुकों से अवैध तरीके से वसूली कर रहे हैं. उस पर नियंत्रण लगाने की मांग की है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है