सिसई. भरनो थाना के कुसुमबाहा मारासिल्ली गांव निवासी शंभू उरांव (30) ने बीते मंगलवार की रात को अपनी ससुराल बरगांव बरटोली सिसई में फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली. बुधवार की सुबह सिसई पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंच कर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल गुमला भेज दिया. जानकारी के अनुसार शंभू की पत्नी व बच्चे कुछ दिन पहले मायके गये थे. इधर मंगलवार की शाम को शंभू नशे की हालत में अपनी ससुराल बरगांव बरटोली पहुंचा. शंभू बच्चों की पढ़ाई की बात कर बच्चों से मारपीट करने लगा. इस पर उसकी पत्नी बीचबचाव करने लगी. पत्नी के बीचबचाव से नाराज होकर शंभू कमरे से बाहर निकला और बरामदे में सो गया. नशे की हालत में होने के कारण शंभू को परिजन वहीं सोता छोड़ कर कमरे में सो गया. सुबह जब वे बाहर निकले, तो शंभू को फांसी पर लटकते देखा. आनन-फानन में शंभू को फंदे से नीचे उतारा गया. लेकिन तब तक उसकी मौत ही चुकी थी. घटना के बाद पत्नी व बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल है. पुलिस आत्महत्या के कारणों की जांच कर रही है.
सर्पदंश से अधेड़ की मौत
गुमला. सदर थाना के रकमसेरा गांव निवासी मनोज साहू (40) सांप के डंसने से गंभीर हो गया. परिजनों ने बुधवार की अहले सुबह सदर अस्पताल गुमला में भर्ती कराया, जहां चिकित्सकों ने जांच कर उसे मृत घोषित कर दिया. शव को शवगृह में रखवा कर गुमला थाना को सूचना दी गयी. इसके बाद परिजनों को जानकारी मिली की सिसई के छारदा चेगरी गांव में किसी वैद्य द्वारा मृतक को जीवित किया जाता है. इसके बाद मृतक मनोज साहू के शव को लेकर परिजन सिसई छारदा के चेगरी गांव गये, जहां सांप डंसने का झाड़-फूंक व दवा से इलाज करने वाले सत्यनारायण सिंह व चरकू सिंह द्वारा मृत इंसान का इलाज संभव नहीं होने की बात कहने पर परिजन मायूस होकर शव को लेकर घर लौट गये. घटना के संबंध में परिजनों ने बताया कि मनोज साहू को मंगलवार की रात को जमीन में बिस्तर लगा कर सोया था. देर रात उसे कान के पास सांप ने डंस लिया. इधर गुमला पुलिस ने शव का पंचनामा व पोस्टमार्टम करा कर परिजनों को सौंप दिया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है