गुमला. गुमला में तेज रफ्तार बाइकिंग और नशे की लत युवाओं की जान ले रही हैं. युवाओं में मौज-मस्ती और जिंदगी एक बार मिलती है. जैसे सोच के चलते सड़कों पर खतरनाक करतब आम हो गये हैं. हाल के दिनों में सड़क हादसों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हुई है. फ्राई चिकन और शराब की पार्टियों के बाद युवा नशे में धुत होकर सड़कों पर बाइक को हवा से बात करा रहे हैं. तेज रफ्तार और स्टंट के चक्कर में हर दो दिन में एक से अधिक युवक जान गंवा रहे हैं. मई-जून के केवल दो महीनों में ही दर्जनों युवाओं की मौत हो चुकी हैं. स्थानीय लोगों का आरोप है कि प्रशासन केवल जुर्माना वसूलने के उद्देश्य से वाहन जांच करता है, लेकिन रफ्तार और नशे की समस्या पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है. शहर के अंदर जांच अभियान चलाया जाता है, जबकि हादसे अक्सर शहर से बाहर खाली सड़कों पर होते हैं. लोगों ने सोशल मीडिया के माध्यम से प्रशासन से मांग की है कि शराब पीकर गाड़ी चलाने और तेज रफ्तार से स्टंट करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाये. शहर से तीन से चार किमी दूर तक नियमित वाहन जांच की मांग उठी है.
प्रशासन से नयी उम्मीदें
गुमला की नयी डीसी प्रेरणा दीक्षित और एसपी हारिश बिन जमां ने नशे और सड़क हादसों पर चिंता जतायी एसपी ने बताया कि एक बड़ा अभियान शुरू किया जायेगा, जिसमें जनता का सहयोग जरूरी है. नशीले पदार्थों की बिक्री या सेवन की सूचना पुलिस को देने की अपील की गयी है. साथ ही हेलमेट पहनने की आदत डालने के लिए भी प्रशासन प्रयास कर रहा है. डीसी ने स्कूलों में जागरूकता अभियान तेज कर दिया है, ताकि छात्र और युवा नशे से दूर रहें और सुरक्षित जीवन जी सकें.
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