गुमला. संत पॉल कॉलेज कोनबीर नवाटोली बसिया में सोमवार को खड़िया समन्वय समिति की बैठक हुई. बैठक में खड़िया समन्वय समिति का गठन किया गया. खड़िया समन्वय समिति झारखंड के गठन के लिए गुमला, सिमडेगा, रांची के खड़िया सदस्य द्वारा वोट के माध्यम से समिति का अध्यक्ष डॉक्टर चंद्र किशोर केरकेट्टा, उपाध्यक्ष इसीदोर केरकेट्टा, महासचिव संजय इदवार, सचिव रोशन डुंगडुंग, उपसचिव रेड़ीलम टेटे, मीडिया प्रभारी गुमला जिला के लिए यूजीन कुल्लू, अनुरंजन किड़ो, सिमडेगा जिले के लिए सनी सोरेंग व रांची जिला के लिए प्रवीण सोरेंग का चयन किया गया. मौके पर डॉ चंद्र किशोर केरकेट्टा ने कहा कि खड़िया समाज संकट के दौर से गुजर रहा है. इसके लिए खड़िया समाज को एक मंच में आना होगा. कहा कि खड़िया समाज के सभी सदस्यों को खड़िया जाति के लिए कार्य करना होगा. जाति बचेगी, तो ही हमारा समाज बच पायेगा. कहा कि युवा पीढ़ी समाज की रीढ़ होती है. आनेवाले समय में समाज का सभी कर्तव्य युवा पीढ़ी के कंधों पर ही जायेगा. इसलिए युवा पीढ़ी को सामाजिक कार्यों को अभी से ही जिम्मेवारी सौंपनी होगी. कैप्टन अल्बर्ट बा ने कहा कि खड़िया समाज को एक मंच में लाने के लिए ग्रामीण क्षेत्र के जितने भी खड़िया गांव हैं, वहां तक हमलोगों को पहुंचना होगा. खड़िया समन्वय समिति झारखंड का जो भी सोच है. उसको ग्रामीण जनता तक पहुंचना होगा. कुलभूषण डुंगडुंग ने कहा कि खड़िया समाज को बचाना है, तो सभी को एक मंच में आना होगा. साथ ही खड़िया समन्वय समिति को सहयोग करना होगा. अखिल भारतीय खड़िया महाडोकलो के महासोहोर ने कहा कि समाज को बचाना है, तो खड़िया समाज की बात करनी होगी. हमलोग अलग-अलग धर्म में बंट कर अपना सामाजिक ताकत खो चुके हैं. उस ताकत को वापस लाना होगा. मौके पर सुकरू खड़िया, बृज खड़िया, सुखदेव भगत, अजीत कुल्लू, सुशील सोरेंग, आह्लाद केरकेट्टा सहित रांची, गुमला, सिमडेगा से खड़िया समाज के लोग मौजूद थे.
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