सिसई. सिसई प्रखंड के कुदरा गांव में आठ जनजाति परिवारों को घर वापसी विधि-विधान व धार्मिक अनुष्ठान से पहान पुजार द्वारा कराया गया. इस दौरान गांव के सैकड़ों लोग उपस्थित थे. ये आठ परिवार सालों पहले दूसरे धर्म को अपना लिया था. इसके बाद हिंदू संगठन व आदिवासी समाज के लोगों की पहल से सभी आठ जनजाति परिवार पुन: अपने मूल धर्म में वापस आ गये हैं. ज्ञात हो कि जनजाति परिवार अंधविश्वास में पड़ कर दूसरा धर्म अपना लिया था. दूसरे धर्म के प्रार्थना सभा में सभी भाग लेने लगे थे. प्रार्थना सभा के माध्यम से सभी को धर्मांतरित किया गया था. इस वजह से गांव में अशांति फैल गयी थी. बीते एक सप्ताह से गांव में लगातार बैठक चल रही थी. गांव के ग्रामीण, समाजसेवी व पहान पुजार के समझाने के बाद लोग अपने भूल को स्वीकार करते हुए गांव के ही देवी मंडप में आकर भव्य पूजा पाठ कर मूल धर्म में घर वापसी की. भारी बारिश के बावजूद मौके पर हिंदू जागरण मंच, विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल एवं ग्रामीणों की काफी संख्या में महिला पुरुष मौजूद थे. बता दें कि दो दिन पहले गांव में बैठक कर धर्म बदले लोगों का हुक्का पानी बंद करने की चेतावनी दी गयी थी.
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