गुमला. मुहर्रम पर्व को लेकर शुक्रवार को नगर भवन गुमला में उपायुक्त प्रेरणा दीक्षित व पुलिस अधीक्षक हारिश बिन जमां की संयुक्त अध्यक्षता में जिला स्तरीय शांति समिति की बैठक हुई. बैठक में उपविकास आयुक्त, अपर समाहर्ता, निदेशक डीआरडीए, एसडीओ सदर, एसडीओ चैनपुर, एसडीओ बसिया, जिला सामान्य शाखा पदाधिकारी समेत सभी संबंधित विभागों के अधिकारी, कर्मी, विभिन्न प्रखंडों के अंचल अधिकारी, थाना प्रभारी, पुलिस पदाधिकारी व शांति समिति के सम्मानित सदस्य उपस्थित थे. बैठक में समिति के सदस्यों द्वारा सुझाव दिया गया कि शहरी क्षेत्रों में मुहर्रम जुलूस नहीं निकाले जायेंगे, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में परंपरानुसार जुलूस का आयोजन होगा. जुलूस वाले क्षेत्रों में विधि-व्यवस्था, साफ-सफाई व शांति सुनिश्चित करने पर विशेष बल दिया गया. साथ ही इमामबाड़ों की सफाई, पेयजल की व्यवस्था एवं श्रावण माह और रथ यात्रा के दौरान भी साफ-सफाई तथा विधि-व्यवस्था सुनिश्चित करने का सुझाव दिया गया. उपायुक्त प्रेरणा दीक्षित ने सभी अधिकारियों व समिति सदस्यों को दिशा-निर्देश देते हुए कहा कि त्योहारों के दौरान किसी प्रकार की अफवाह या फेक न्यूज न फैलने पाये. सोशल मीडिया पर निगरानी बढ़ायी जाये. झंडों की ऊंचाई लगभग 14 फीट से अधिक न हो और बिजली के तारों के अनुसार उनका निर्माण किया जाये. झंडे लकड़ी के हों, मेटल या आयरन के नहीं, जिससे दुर्घटनाओं की संभावना न रहे. उपायुक्त ने नगर परिषद को शहरी क्षेत्रों में साफ-सफाई, फ्लैग रूट की निगरानी तथा विद्युत सुरक्षा के लिए आवश्यक निर्देश दिये. उपायुक्त ने कहा कि सीसीटीवी की निगरानी में सारी गतिविधियां रहेंगी और यदि किसी व्यक्ति द्वारा फेक न्यूज फैलाने से कोई घटना होती है, तो उस पर कानूनी कार्रवाई की जायेगी. पुलिस अधीक्षक ने कहा कि हाई कोर्ट के निर्देशों व प्रशासनिक गाइड लाइन का अनुपालन आवश्यक है. उन्होंने स्पष्ट किया कि जुलूस केवल निर्धारित रूट से ही निकलेंगे. रूट परिवर्तन का कोई आवेदन मान्य नहीं होगा. उन्होंने समिति से अपील की कि नशे से संबंधित किसी भी गतिविधि पर नजर रखें तथा त्योहारों के दौरान संयम बरतें. एसडीओ सदर राजीव नीरज ने बताया कि इस वर्ष मुहर्रम व घुरती रथ यात्रा एक ही दिन पड़ रही है. ऐसे में विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत है. एसडीपीओ सुरेश यादव ने कहा कि शांति समिति की परंपरा को बनाये रखते हुए सभी त्योहारों में जनसहभागिता महत्वपूर्ण है. उन्होंने अपील की कि जुलूस, वाद्य यंत्रों एवं डीजे के उपयोग में सभी धर्मों की भावनाओं का सम्मान किया जाये. पुलिस प्रशासन अलर्ट मोड में रहेगा और किसी भी आवश्यकता पर तुरंत सहायता उपलब्ध करायी जायेगी.
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