सिसई. सिसई थाना में सोमवार की सुबह बिजली तार की चपेट में आने से किसान मती गोप (55) की घटनास्थल पर मौत हो गयी. वह सुबह हल बैल लेकर अपने खेत जोताई करने गया था. इस दौरान खेत मे गिरे 11 हजार वोल्टेज के तार के संपर्क में आ गया, जिससे मौत हो गयी. सूचना पर शव उठाने पहुंची पुलिस को स्थानीय लोगों का विरोध का सामना करना पड़ा. ग्रामीण दोषियों पर कार्रवाई व मुआवजा की मांग को लेकर शव उठाने नहीं दे रहे थे. अंतिम संस्कार के लिए प्रशासन द्वारा मौके पर 10 हजार देने व प्रक्रिया के तहत पांच लाख का मुआवजा दिलाने व जांच कर दोषियों पर कार्रवाई करने का आश्वासन देने पर ग्रामीणों ने शव को पोस्टमार्टम के लिए ले जाने दिया. ग्रामीणों ने कहा कि 11 हजार वोल्टेज का तार एक सप्ताह से खेत में गिरा हुआ था. इसकी सूचना सिसई बिजली कार्यालय व स्थानीय मिस्त्रियों को दी गयी थी. दो मिस्त्री देखने भी आये थे और लाइन काटने की बात कह कर तार को हटाये बिना ही चले गये. बिजली कर्मचारियों को तार गिरने की जानकारी होने के कारण ग्रामीण तार में बिजली करंट नहीं होने की मान कर चल रहे थे. इस कारण खेत जोताई करने गये मती गोप के साथ धोखा हो गया. किसान मती गोप को बिजली विभाग के कर्मचारियों की लापरवाही की कीमत अपनी जान गंवा कर चुकानी पड़ी है. ग्रामीणों ने कहा कि अगर समय रहते कर्मी एक सप्ताह से अधिक समय तक खेत मे गिरे 11 हजार वोल्टेज का तार को हटा दिये होते, तो आज एक गरीब किसान को अपनी जान नहीं गंवानी नहीं पड़ती. ग्रामीणों ने दोषी कर्मचारियों पर केस दर्ज करने की मांग की है.
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