चैनपुर. प्रखंड में कई एकड़ में लगायी गयी मिर्च की फसल को किसान औने-पौने दाम में बेच रहे हैं. फसल अच्छी हुई. लेकिन खरीदार व दाम नहीं मिल रहा है. किसान अलीमुद्दीन खान बताया कि मिर्च की कीमतों में भारी गिरावट से किसानों की कमर टूट गयी है, जो मिर्च पहले 70 रुपये प्रति किलोग्राम बिकती थी. वह अब केवल 10 से 15 रुपये प्रति किलोग्राम के भाव पर बिक रही है. इससे किसानों के लिए अपनी लागत निकालना मुश्किल हो गया है. एमडी बख्तावर हुसैन ने अपनी व्यथा व्यक्त करते हुए कहा है कि मिर्च की खेती में जो लागत लगी है, वह भी नहीं निकल पा रही है. हमने जो मजदूर लगाये हैं. उन्हें देने के लिए भी पैसे नहीं हो पा रहा है. दाम कम होने के कारण किसानों की लागत कुछ भी नहीं आ रही है, बल्कि नुकसान जा रहा है. उन्होंने बताया कि मैंने चार एकड़ में मिर्च की खेती की है. कई किसानों ने हताशा में अपनी मिर्च की फसल को खेतों में ही सड़ने के लिए छोड़ दिया है. इतना ही नहीं जिन किसानों ने फसल तोड़ी है. उन्हें भी उचित मूल्य नहीं मिल रहा है. इस कारण अपनी तोड़ी फसल को बोरियों समेत कम दाम में बेचने को मजबूर हैं.
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