23.8 C
Ranchi

लेटेस्ट वीडियो

11 साल बाद अपने परिवार से मिली जमुई की बेटी, दिल्ली में बिकी थी पीड़िता, पिता को देख लिपट कर रो पड़ी

Jharkhand Crime News (गुमला) : अपनी आपबीती सुनाते हुए पीड़िता ने कहा कि जब वो 7 साल साल की थी. तभी अज्ञात लोगों ने उसे घर से अगवा कर लिया था और दिल्ली में एक प्लेसमेंट एजेंसी को बेच दिया था. कम उम्र थी. उसे एक घर में बच्चों की देखभाल के लिए रखा गया. फिर जैसे- जैसे उम्र बढ़ती गयी. उससे घरेलू काम कराया गया. वह 5 साल तक एक घर में काम की. पुलिस ने 14 साल की उम्र में एक घर से उसे मुक्त कराया था. लेकिन, घर का पता नहीं मिलने के कारण दिल्ली पुलिस ने उसे CWC, गुमला को सौंप दिया था. 4 साल तक CWC के संरक्षण में गुमला के बालगृह में रही. गुरुवार (8 अप्रैल, 2021) को 18 साल की उम्र में पीड़िता अपने परिवार से मिली.

Jharkhand Crime News (गुमला), रिपोर्ट- दुर्जय पासवान : 18 वर्षीय सुजीता (बदला नाम) आज बहुत खुश है क्योंकि 11 साल बाद वह अपने परिवार से मिली. पिता, बहन एवं अन्य रिश्तेदारों को देखकर वह रोने लगी. पिता की गोद में गुजरे बचपन को धुंधली यादें ताजा की. इसके बाद लिपट गयी. परिवार के लोग भी सुजीता को सकुशल देखकर रो पड़े. पीड़िता जब 7 साल की थी. तब मानव तस्करों ने उसे दिल्ली में बेच दिया था. 14 साल की उम्र तक उसने दिल्ली में घरेलू काम की. पुलिस ने वर्ष 2016 में उसे दिल्ली के एक घर से मुक्त कराकर CWC, गुमला को सौंपा था. इसके बाद काफी प्रयास व खोजबीन के बाद पीड़िता का घर बिहार राज्य के जमुई में मिला. परिजन गुरुवार को जमुई से गुमला पहुंचे. कागजी कार्रवाई के बाद उसे अपने साथ ले गये.

7 साल की उम्र में बेची गयी थी पीड़िता

अपनी आपबीती सुनाते हुए पीड़िता ने कहा कि जब वो 7 साल साल की थी. तभी अज्ञात लोगों ने उसे घर से अगवा कर लिया था और दिल्ली में एक प्लेसमेंट एजेंसी को बेच दिया था. कम उम्र थी. उसे एक घर में बच्चों की देखभाल के लिए रखा गया. फिर जैसे- जैसे उम्र बढ़ती गयी. उससे घरेलू काम कराया गया. वह 5 साल तक एक घर में काम की. पुलिस ने 14 साल की उम्र में एक घर से उसे मुक्त कराया था. लेकिन, घर का पता नहीं मिलने के कारण दिल्ली पुलिस ने उसे CWC, गुमला को सौंप दिया था. 4 साल तक CWC के संरक्षण में गुमला के बालगृह में रही. गुरुवार (8 अप्रैल, 2021) को 18 साल की उम्र में पीड़िता अपने परिवार से मिली.

बेटी से मिलने की उम्मीद खत्म हो गयी थी

पीड़िता के पिता, बड़ी बहन, रिश्तेदार सहित अन्य लोग गुरुवार को CWC, गुमला ऑफिस पहुंचे. कागजी कार्रवाई पूरी करने के बाद देर शाम को परिजन उसे अपने साथ जमुई ले गये. पीड़िता के पिता ने कहा कि 7 साल की उम्र में उसकी बेटी को कोई उठाकर ले गया था. तब से वह बेटी को खोज रहे थे. धीरे-धीरे बेटी के मिलने की उम्मीद खत्म हो गयी थी. लेकिन, 5 माह पहले अचानक उसके पास कुछ अधिकारी आये और मेरी बेटी का फोटो दिखाये. जिसके बाद मैंने बेटी की पहचान की. कागजी कार्रवाई के बाद आज गुमला बेटी को लेने पहुंचे.

Also Read: सोहराई कला ने गुमला की दीवारों को दी एक नयी पहचान, बेहतर कलाकृति से बढ़ी सुंदरता, देखें Pics
काफी प्रयास के बाद पीड़िता को मिला अपना परिवार : CWC, गुमला

CWC, गुमला की सदस्य सुषमा देवी व संजय भगत ने बताया कि दिल्ली पुलिस ने जब पीड़िता को गुमला में लाकर सौंपा, तो उसके घर की तलाश शुरू की गयी. काफी प्रयास के बाद 6 माह पहले उसका घर जमुई में मिला. इसके बाद CWC, जमुई से संपर्क किया गया. पीड़िता का फोटो भेजकर परिवार के लोगों को दिखाया गया. पहचान होने व परिवार मिलने के बाद गुरुवार को परिजन गुमला पहुंचे और पीड़िता को अपने साथ ले गये. सुषमा देवी ने कहा कि पीड़िता के घर मिलने में देरी होने के कारण उसका नामांकन गुमला के कस्तूरबा स्कूल में भी करा दिया गया था. जहां उसकी पढ़ाई हो रही थी. अब वह अपने गांव में रहकर पढ़ेगी.

Posted By : Samir Ranjan.

Prabhat Khabar Digital Desk
Prabhat Khabar Digital Desk
यह प्रभात खबर का डिजिटल न्यूज डेस्क है। इसमें प्रभात खबर के डिजिटल टीम के साथियों की रूटीन खबरें प्रकाशित होती हैं।

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

संबंधित ख़बरें

Trending News

जरूर पढ़ें

वायरल खबरें

ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snap News Reel