भरनो. भरनो प्रखंड के सुदूरवर्ती क्षेत्र आताकोरा पंचायत अंतर्गत छोटा मकरा गांव की स्थिति इन दिनों बेहद दयनीय है. गांव को जोड़ने वाली कच्ची सड़क बारिश में कीचड़ और जल जमाव से भरी है, जिससे ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. हाल ही में भरनो बीडीओ अरुण कुमार सिंह व सीओ अविनाश कुजूर गांव पहुंचे थे. ग्रामीणों ने उन्हें सड़क की खस्ता हालत से अवगत कराया, लेकिन अफसोस की बात है कि दोनों पदाधिकारियों की ओर से कोई ठोस आश्वासन नहीं मिला. ग्रामीणों का कहना है कि इस सड़क की दुर्दशा को लेकर वे कई बार अपने सांसद व विधायक से भी गुहार लगा चुके हैं, लेकिन आज तक कोई पहल नहीं हुई. विधायक ने चुनाव से पहले सड़क बनवाने का वादा किया था, मगर जीतने के बाद वो वादा सिर्फ कागजों तक ही सीमित रह गया. अब मजबूरन गांव के लोगों ने खुद ही मोर्चा संभाला है. श्रमदान कर सड़क को पैदल चलने लायक बनाया जा रहा है. पंचायत प्रतिनिधियों के पास संसाधन की कमी है, इसलिए ग्रामीणों ने एकजुट होकर यह कार्य शुरू किया है. श्रमदान कर सड़क मरम्मत करने वालों में बुधराम उरांव, सुनील उरांव, करमचंद उरांव, कृष्ण उरांव, लधुवा उरांव, सुजीत उरांव, विनय उरांव, बलदेव उरांव, संतोष उरांव, प्रमोद भगत, जय मंगल उरांव, दशरत उरांव, भीखराम उरांव, गोविंदा उरांव, द्वारिका उरांव, राम सुनई महतो, हिरन लोहरा, एतवा लोहरा, लोथे उरांव, बिरसा उरांव, झड़िया उरांव, कुलदीप उरांव समेत दर्जनों ग्रामीण शामिल हैं. ग्रामीणों की मांग है कि नेता व जनप्रतिनिधि एक बार इस सड़क पर पैदल चल कर देखें, तब उन्हें असली हालात का अंदाजा होगा. गांव की यह सड़क सिर्फ चुनावी वादों तक सीमित न रह जाये, बल्कि हकीकत में बदले यही उम्मीद अब भी बाकी है.
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