पालकोट. गुमला जिले के पालकोट प्रखंड अंतर्गत नाथपुर पंचायत के सातखारी सावनाटोली गांव में दिल दहला देने वाली घटना सामने आयी है. गांव की सुमित्रा चीक बड़ाइक की सांप के डंसने से मौत हो गयी, जिससे परिवार के पांच बच्चे अनाथ हो गये हैं. इससे पहले कुछ समय पूर्व उनके पिता की भी बीमारी से निधन हो चुका था. मृतका की सबसे बड़ी बेटी सुषमा कुमारी ने बताया कि उनकी मां जमीन पर सो रही थीं, तभी एक जहरीले सांप ने डंस लिया. मां की चीख सुनकर वे सभी जागे और तुरंत उन्हें बसिया रेफरल अस्पताल ले गये, जहां प्राथमिक इलाज के बाद उन्हें गुमला सदर अस्पताल रेफर किया गया, लेकिन हालत बिगड़ने पर डॉक्टरों ने रांची रिम्स भेजा. रांची ले जाने के दौरान रास्ते में ही सुमित्रा देवी की मौत हो गयी. सुषमा ने बताया कि हम पांच भाई-बहन अब पूरी तरह बेसहारा हो गये हैं. हमारे पास कोई साधन नहीं है. प्रशासन से मदद की अपील है, ताकि हमारी पढ़ाई और जीवन की जरूरतें पूरी हो सकें. स्थानीय प्रशासन को जब घटना की जानकारी दी गयी, तो पालकोट बीडीओ विजय उरांव ने बताया कि मृतका के परिजनों को आपदा प्रबंधन विभाग से चार लाख रुपये की सहायता राशि दी जा सकती है, बशर्ते कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के साथ आवेदन किया जाये. उन्होंने भरोसा दिलाया कि प्रशासन मदद के लिए तत्पर है.
मानव तस्करी का खतरा
समाजसेवियों ने आशंका जतायी है कि यदि समय रहते इन बच्चों की उचित देखभाल और सुरक्षा नहीं की गयी, तो वे मानव तस्करों के निशाने पर आ सकते हैं. अक्सर ऐसे अनाथ और बेसहारा बच्चों को बहला-फुसला कर दूसरे राज्यों में ले जाकर बेच दिया जाता है.
जरूरत है तत्काल सहायता की
स्थानीय लोगों और सामाजिक संगठनों ने प्रशासन से मांग की है कि इन बच्चों की सुरक्षा, शिक्षा और जीवन यापन की तत्काल व्यवस्था की जाये, ताकि वे किसी गलत हाथों में न पड़ें और उनका भविष्य सुरक्षित रह सके.
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