डुमरी. आजादी के 77 वर्षों के बाद भी जुरमू पंचायत के सतइटोली गांव के लोग बुनियादी सुविधाओं से वंचित हैं. गांव के निवासी विकास की बाट जोह रहे हैं. बरसात में यह गांव चारों ओर से पानी से घिर जाता है और टापू जैसा बन जाता है, जिससे लोगों का बाहर निकलना मुश्किल हो जाता है. ग्रामीण अनिल मुंडा व विष्णु मुंडा ने प्रमुख जीवंती एक्का को आवेदन देकर गांव की समस्याओं से अवगत कराया और विकास योजनाओं की मांग की. उन्होंने बताया कि गांववासी सालभर डांडिया नदी किनारे चुआं बना कर पीने का पानी जुटाते हैं. बरसात के समय नदी उफान पर रहती है और गांव पूरी तरह से जलमग्न हो जाता है. ग्रामीणों ने जलमीनार, पीसीसी पथ, पुल, सड़क निर्माण और नहर की मरम्मत जैसी बुनियादी सुविधाओं की मांग की है. गांव तक पहुंचने के लिए सड़क और नदी पर पुल नहीं है, जिससे आवागमन में भारी परेशानी होती है. साथ ही गांव में रोजगार के साधन नहीं हैं और सबसे बड़ी समस्या पीने के पानी का है. प्रमुख जीवंती एक्का ने ग्रामीणों की समस्याएं गंभीरता से सुनीं और जल्द समाधान का आश्वासन दिया.
तीन लाभुकों को कराया गृह प्रवेश
रायडीह. प्रखंड के कुड़ोछतरपुर पंचायत के बरगीडाड़ गांव में तीन लाभुकों सलमा बीबी, नसीहन बीबी व रहीम खान के घर में अबुआ आवास का गृह प्रवेश किया गया. मुख्य अतिथि उपप्रमुख दीपक कुजूर व वार्ड सदस्य तजबुन बीबी थी. दीपक कुजूर ने कहा कि अबुआ आवास योजना सरकार की महत्वाकांक्षी योजना में से एक है. इस योजना के तहत बेघर व असहाय लोगों को आवास का लाभ मिलता है. इससे गरीब लोगों को काफी मदद मिलती है. मौके पर पंचायत सचिव आराधना कुमारी, पंचायत सहायक मोहम्मद वारिस, लाभुक समेत ग्रामीण मौजूद थे.
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