प्रतिनिधि, गुमला सीआरपीएफ 46 बटालियन के शहीद वीर नायक जीडी मुंशी उरांव का शहादत दिवस गुमला में मनाया गया. इस अवसर पर उनकी प्रतिमा पर पुष्पार्चन व माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी गयी. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सीआरपीएफ 158 बटालियन लोहरदगा के डिप्टी कमांडेंट अनिल वर्मा थे. कार्यक्रम में शहीद मुंशी उरांव के परिवार के सभी सदस्य मौजूद थे. शहीद का पैतृक गांव गुमला प्रखंड के घटगांव पंचायत स्थित पहाड़ पनारी गांव है. डिप्टी कमांडेंट सुमित कुमार ने कहा है कि सैनिक देश के लिए जीते हैं. सैनिकों की हर एक सांस देश के लिए धड़कता है. जीडी मुंशी उरांव भी देश के लिए शहीद हुए. उनकी शहादत को भुलाया नहीं जा सकता है. मुंशी उरांव का जन्म सात नवंबर 1948 ई को हुआ था. जबकि सात जून 1977 को वे शहीद हुए थे. उनके शहादत के बाद शहीद मुंशी उरांव की आदमकद प्रतिमा गुमला में लगायी गयी. जहां हर साल श्रद्धांजलि समारोह होता है. डिप्टी कमांडेंट ने युवाओं से अपील किया है कि युवा मुख्यधारा से जुड़कर रहे. सेना में जाने के लिए तैयारी करें. सेना में चयन के लिए कठिन परिश्रम व अनुशासन जरूरी है. गुमला व लोहरदगा नक्सल इलाका है. परंतु, इस क्षेत्र की खूबी यह भी है कि यहां के हजारों हजार युवक देश की सेवा के लिए अभी भी सेना में कार्यरत हैं. मौके पर हरि टोप्पो, अमर टोप्पो, जयमंगल टोप्पो सहित कई लोग मौजूद थे.
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