बसिया. संत अन्ना चर्च कोनबीर नवाटोली में उजला रविवार को प्रथम परम प्रसाद ग्रहण समारोह हुआ. कार्यक्रम में पल्ली पुरोहित फादर अगस्तयुस की अगुवाई में विशेष अनुष्ठान हुआ. कार्यक्रम में 88 बच्चों को प्रथम परम प्रसाद संस्कार ग्रहण कराया गया. मुख्य अनुष्ठाता फादर अगस्तयुस ने कहा कि प्रथम परम प्रसाद ग्रहण करने से हमारा संबंध प्रभु यीशु के साथ गहरा हो जाता है. प्रभु यीशु सभी को पापों से मुक्ति दिलाने के लिए इस धरती पर आये. उन्होंने मनुष्य के कल्याण का मार्ग दिखाया. परम प्रसाद ग्रहण करने वाले सभी बच्चे प्रभु यीशु के दिखाये मार्ग पर चलें. उनकी शिक्षाओं को अपनायें तथा सेवा के कार्य में संलग्न हो जाए. उन्होंने कहा कि मनुष्य के जीवन में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं. विपरीत परिस्थितियों में भी अपने सिद्धांतों का पालन करना है और सत्य तथा सेवा के मार्ग से नहीं डिगना है. बच्चों से कहा गया कि वे अपने अभिभावकों की बातों पर ध्यान दें और उनका पालन करें. क्योंकि हर अभिभावक अपनी संतानों के भले के लिए ही कार्य करते हैं. धार्मिकता में आगे बढ़ते हुए रोटी और दाखरस के बलि परिवर्तन द्वारा ये बच्चे पहली बार परम प्रसाद ग्रहण किये हैं. पाप स्वीकार व परम प्रसाद की विशेष शिक्षा प्राप्त कर बच्चों ने खुशी जाहिर की. मौके पर फादर सीप्रियन कुल्लू, फादर अमृत, फादर जॉन अलबर्ट, फादर निकोलस, फादर डेविड, ब्रदर सुशील, ब्रदर विजय, ब्रदर बिनोय मेंनेटो, सिस्टर ममता, सिस्टर मुक्त, बिमला समेत अन्य मौजूद थे.
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