प्रतिनिधि, गुमला गुमला जिले में सड़क दुर्घटनाओं की बेहतर मॉनिटरिंग और सड़क दुर्घटना में पीड़ितों को त्वरित सहायता उपलब्ध कराने के उद्देश्य से बसिया, कामडारा, पालकोट व कुरकुरा थाना प्रभारियों, सब इंस्पेक्टर व असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर व अन्य पदाधिकारियों को राह-वीर 2025 एवं कैशलेस ट्रीटमेंट योजना के तहत प्रशिक्षण दिया गया. इस दौरान डीएसपी वीरेंद्र टोप्पो मुख्य रूप से उपस्थित रहे. पुलिस अधीक्षक हारिश बिन जमां के निर्देश पर आयोजित प्रशिक्षण में रोड सेफ्टी मैनेजर प्रभाष कुमार, आईटी सहायक मंटू रवानी व प्रणय कांशी ने बताया कि राह-वीर 2025 योजना सड़क हादसों में घायलों की मदद करने वाले सजग नागरिकों को प्रोत्साहन देने के लिए शुरू की गयी है. इस योजना की शुरूआत अप्रैल 2025 में हुई है. इस योजना के तहत सड़क दुर्घटना में पीड़ित को गोल्डन ऑवर (पहले 60 मिनट) के भीतर अस्पताल पहुंचाने वाले व्यक्ति को 25 हजार रुपये पुरस्कार देने का प्रावधान है. कैशलेस ट्रीटमेंट योजना के बारे में कहा कि भारत सरकार द्वारा शुरू की गयी यह योजना सड़क दुर्घटनाओं के शिकार लोगों को 1.5 लाख तक का नि:शुल्क इलाज प्रदान करती है. दुर्घटना के सात दिनों के भीतर यह इलाज नामित सरकारी व निजी अस्पतालों में बिना किसी अग्रिम भुगतान के उपलब्ध रहेगा. प्रारंभिक इलाज जरूरत पड़ने पर किसी भी नजदीकी अस्पताल में कराया जा सकता है. लेकिन आगे का इलाज केवल सूचीबद्ध अस्पतालों में होगा. तीन दिनों के भीतर सभी अस्पतालों को योजना में पंजीकरण अनिवार्य करने के निर्देश भी दिया गया है. इंटीग्रेटेड रोड एक्सीडेंट डाटाबेस व इलेक्ट्रॉनिक डिटेल्ड एक्सीडेंट रिपोर्ट प्रणाली की चर्चा करते हुए बताया गया कि यह एक डिजिटल प्रणाली है. जिसके माध्यम से पुलिस दुर्घटना स्थल की जानकारी, फोटो, वीडियो, वाहनों व व्यक्तियों का विवरण सीधे ऑनलाइन दर्ज कर सकती है. यह रिपोर्ट अन्य विभागों जैसे स्वास्थ्य, परिवहन व बीमा एजेंसियों से स्वतः जुड़ जायेगी.
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