गुमला. शहर के जशपुर रोड सड़क किनारे से प्रशासन द्वारा सब्जी दुकान हटा देने से आक्रोशित महिला सब्जी विक्रेता सोमवार को डीसी ऑफिस आत्मदाह करने पहुंचीं. परंतु ऐन वक्त पर गुमला सीओ हरीश कुमार व महिला पुलिस पहुंच कर सब्जी विक्रेताओं को आत्मदाह करने से रोका. सीओ ने काफी देर तक दुकानदारों को समझाया, तब वे लोग आत्मदाह करने के निर्णय को वापस लिया. सब्जी दुकानदारों के आंदोलन कर नेतृत्व कर रही देवकी देवी ने कहा है कि सब्जी दुकानदारों को जब तक स्थायी दुकान की व्यवस्था नहीं हो जाती है, यह आंदोलन जारी रहेगा. किसी भी कीमत पर हमलोग हटने वाले नहीं हैं. प्रशासन के कारण आज कई परिवार भूखे मरने की स्थिति में आ गया है. इसलिए प्रशासन से अनुरोध है कि सब्जी विक्रेताओं के लिए स्थायी दुकान की व्यवस्था हो.
पेट्रोल छिड़क कर आत्मदाह करने का किया प्रयास
समाहरणालय पहुंचीं महिला सब्जी विक्रेताओं ने उपायुक्त से मुलाकात करने की मांग की. परंतु उपायुक्त उस वक्त कार्यालय में नहीं थीं. इसके बाद सब्जी विक्रेताओं ने बोतल में रखे पेट्रोल खुद पर छिड़क कर माचिस मारने का प्रयास किया, परंतु उसके हाथ से वहीं मौजूद महिला पुलिस कर्मियों ने माचिस का डिब्बा छीन लिया. नहीं तो, बड़ा हादसा हो सकता था. इस क्रम में घंटों समाहरणालय भवन में हाई वोल्टेज ड्रामा चलता रहा. इधर, घटना की जानकारी मिलते सदर सीओ हरीश कुमार उक्त स्थल पहुंचे. सब्जी विक्रेता महिलाओं ने कहा कि हमें पूर्व की भांति जशपुर रोड के किनारे दुकान लगाने का अनुमति दे और हम सभी के लिए रोड के किनारे आठ बाई चार की दुकान बना कर आवंटित किया जाये. हमलोगों को वेंडिंग जोन में शिफ्ट कर दिया गया है. जहां पर्याप्त स्थान नहीं है और शेड में काफी अधिक गर्मी लगती है. उक्त स्थल पर समय-समय पर कार्यक्रम होता है, जिससे हमलोगों की दुकानदारी प्रभावित होती है. इसके अलावा हमलोगों को जशपुर रोड से हटाया गया है, तो शहर के सभी रोड से सब्जी दुकान हटायें, नहीं तो हम भी जशपुर रोड के किनारे दुकान लगायेंगे. हमलोगों की मांग जल्द से जल्द पूरा किया जाये. इसके बाद सीओ द्वारा करीब दो घंटे तक समझाने के बाद सब्जी विक्रेता मानीं.
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