गुमला. केंद्र व राज्य सरकार के दिशा-निर्देशों के आलोक में गुमला जिला प्रशासन ने धरती आबा जनजातीय जागृति अभियान के तहत अब तक 146 पीवीटीजी गांवों में विशेष शिविरों का आयोजन किया गया है. इन शिविरों के माध्यम से 216 गांवों के नागरिकों को विभिन्न सरकारी योजनाओं से जोड़ा गया है, जिससे 62,237 से अधिक पीवीटीजी समुदाय के लोग लाभान्वित हुए हैं. ज्ञात हो कि जिले में बीते एक माह से यह अभियान संचालित किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य सुदूरवर्ती व अत्यंत पिछड़े क्षेत्रों में रह रहे नागरिकों तक सरकारी कल्याणकारी योजनाओं को पहुंचाना है. अब तक कुल 678 विशेष शिविरों का आयोजन किया जा चुका है, जिनमें 216 शिविर विशेष रूप से पीवीटीजी गांवों में लगाये गये. इन शिविरों के माध्यम से न केवल योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है, बल्कि स्वास्थ्य जांच व प्राथमिक उपचार की सुविधाएं भी उपलब्ध करायी जा रही हैं. अब तक 4,095 छूटे हुए पीवीटीजी नागरिकों की सिकल सेल एनीमिया समेत अन्य स्वास्थ्य जांच की गयी है. उपायुक्त प्रेरणा दीक्षित ने कहा कि अभियान का मुख्य उद्देश्य पीवीटीजी समुदाय के समावेशी विकास को सुनिश्चित करना है. उनका कहना है कि धरती आबा अभियान केवल योजनाओं का वितरण नहीं, बल्कि शासन को जनता के द्वार तक पहुंचाने का संकल्प है. उन्होंने स्पष्ट किया कि अभियान के बाद भी संवाद और समाधान की प्रक्रिया निरंतर जारी रहेगी, ताकि योजनाओं का लाभ समय पर नागरिकों को मिल सके. नागरिकों की शिकायतों के समाधान के लिए जिला प्रशासन हर सोमवार और शुक्रवार को समाहरणालय चंदाली में जन शिकायत निवारण दिवस का आयोजन कर रहा है. साथ ही हर प्रखंड स्तर पर अंचल दिवस, जन शिकायत निवारण शिविर और मासिक थाना दिवस का भी आयोजन किया जा रहा है, जहां आमजन अपनी समस्याएं रख सकते हैं.
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