XLRI PGDM Blended Programme New Batch: जमशेदपुर-किसी भी लीडर की सफलता के लिए उसमें चार गुणों का समावेश होना आवश्यक है. ये गुण हैं निर्णय लेने की क्षमता, लक्ष्य पर केंद्रित सोच, संरचित समस्या-समाधान और भरोसेमंद व्यक्तित्व का होना. नेतृत्व के लिए इन गुणों का होना आवश्यक है. ये बातें सीआरइडी के सीएचआरओ हरीश राजगोपालन ने कहीं. वे एक्सएलआरआई में ऑनलाइन एजुकेशन एक्सओएल (एक्सएलआरआइ ऑनलाइन लर्निंग ) के अंतर्गत पीजीडीएम ब्लेंडेड प्रोग्राम 2025-27 के नए बैच के उद्घाटन के अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे. उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के इस युग में सिद्धांत और व्यवहार के समन्वय की आवश्यकता पर बल दिया. इससे पूर्व एक्सएलआरआई परिसर में वर्किंग एग्जीक्यूटिव के लिए आयोजित इस कोर्स के नए सत्र का विधिवत उद्घाटन दीप प्रज्ज्वलन और प्रार्थना से हुआ. इसका नेतृत्व डीन (प्रशासन व वित्त) डॉ (फादर) डोनाल्ड डीसिल्वा ने किया.
विफलताओं से घबराएं नहीं-सेबेस्टियन जॉर्ज
अलग-अलग उद्योगों से आए 135 कार्यरत पेशेवरों ने नौकरी के बाद एक बार फिर से अपने शैक्षणिक यात्रा की औपचारिक शुरुआत की. मौके पर डायरेक्टर डॉ (फादर) सेबेस्टियन जॉर्ज एसजे ने छात्रों को संबोधित करते हुए मनोवैज्ञानिक मार्टिन सेलिगमैन के लर्न्ड हेल्पलेसनेस सिद्धांत का उल्लेख किया और छात्रों से आग्रह किया कि वे विफलताओं से घबराएं नहीं, बल्कि उन्हें सीख को अवसर मानते हुए आगे बढ़ें. उन्होंने अनुशासन, सक्रियता और ईमानदारी के साथ प्रदर्शन की बात पर बल दिया. एक्सएलआरआइ के डीन एडमिन डॉ संजय पात्रो ने एक्सएलआरआइ की समृद्ध विरासत और समय के साथ उसके इनोवेटिव दृष्टिकोण को रेखांकित करते हुए छात्रों को बधाई दी और इस चुनौतीपूर्ण लेकिन परिवर्तनकारी कोर्स में प्रवेश के लिए उनके जज्बे की सराहना की.
नवाचार पर जोर
पीजीडीएम (फाइनेंस) निदेशक डॉ एचके प्रधान ने कार्यक्रम की सोच, नवाचार और लचीलेपन पर प्रकाश डाला. उन्होंने छात्रों को निरंतर आत्म-निवेश और सहयोगात्मक सीखने का महत्व समझाया. इस दौरान एक्सओएल के एसोसिएट डीन डॉ गिरीधर रामचंद्रन ने छात्रों का स्वागत करते हुए सामूहिक सीख, आत्म-अनुशासन और परिवार व नियोक्ताओं की भूमिका के प्रति आभार जताया.
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