संवाददाता, जामताड़ा. सीपीएम पार्टी कार्यालय में शनिवार को कार्यकर्ताओं का प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया. इसमें विभिन्न प्रखंडों से कुल 135 कार्यकर्ताओं ने भाग लिया. अध्यक्षता लखन लाल मंडल ने की. मौके पर पार्टी के राज्य सचिव प्रकाश विप्लव ने कहा कि सीपीएम ही देश में एकमात्र राजनीतिक दल है, जहां आंतरिक लोकतंत्र को पूरी तरह लागू किया जाता है. सीपीएम में नेता ऊपर से नहीं थोपे जाते बल्कि नीचे से चुने गए प्रतिनिधियों द्वारा हर स्तर की कमेटी चुनी जाती है. ये अपनी कमेटियों के सचिवों का निर्वाचन करते हैं. पार्टी प्रत्येक तीन वर्ष पर आयोजित होने वाले अपने अखिल भारतीय महाधिवेशन से तीन महीने पहले ही केंद्रीय कमेटी द्वारा स्वीकृत राजनीतिक प्रस्ताव का मसौदा जारी करती है. इसपर पार्टी के हर स्तर की कमेटियों में चर्चा कर संशोधन व सुझाव भेजे जाते हैं. इस मसौदे पर केवल पार्टी सदस्य ही नहीं, कोई भी आम नागरिक अपने संशोधन या सुझाव भेज सकता है. इस बार राजनीतिक प्रस्ताव पर पूरे देश ही नहीं विदेशों में रहने वाले प्रवासी भारतीयों द्वारा लगभग 4,000 से ज्यादा संशोधन और सुझाव भेजे गए. इनमें से कई संशोधन स्वीकार कर पार्टी महाधिवेशन ने राजनीतिक प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया. अब इस राजनीतिक-सांगठनिक प्रस्ताव के आलोक में पार्टी संघर्ष और आंदोलन का कार्यभार तय करेगी. सुजीत भट्टाचार्य ने बताया कि कम्युनिस्ट पार्टी दूसरी पार्टियों से अलग है. इसका मुख्य उद्देश्य है जनता की जनवादी क्रांति को कार्यरूप देना ताकि देश में सामाजिक – आर्थिक और राजनीतिक परिवर्तन के माध्यम से मनुष्य द्वारा मनुष्य का शोषण समाप्त किया जा सके. कम्युनिस्ट एक ऐसे समाज की परिकल्पना करते हैं, जिसमें भूख, गरीबी, बेरोजगारी नहीं होगी और सभी के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार की गारंटी होगी. यह समाजवादी व्यवस्था में ही संभव है, जिसके लिए कम्युनिस्ट पार्टी सतत प्रयत्नशील है. प्रशिक्षण के दौरान सीपीएम कार्यकर्ताओं को तमिलनाडु के मदुरै में हुए 24वें महाधिवेशन के फैसलों की जानकारी दी गयी. मौके पर राज्य सचिव मंडल सदस्य सुरजीत सिन्हा, जिला सचिव सुजीत मांझी, डीवाईएफआई के संयोजक मोहन मंडल, चंडीदास पुरी, तरुण, मो साबिरउद्दीन लक्खी सोरेन, सुकुमार बाउरी सहित अन्य थे.
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